कोलकाता, 07 जून (हि.स.)। बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और राजभवन के बीच टविटर युद्ध चरम पर है। आज सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मित्रा ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को अंकलजी कहकर तंज कसा। सोमवार को महुआ ने फिर ट्वीट कर कोलकाता राजभवन में 'व्यापक भाई-भतीजावाद' के खुलासे के लिए मुकदमा चलाने की चुनौती दी है। भाजपा के राज्य महासचिव सायंतन बसु के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए मोइत्रा ने सवाल किया कि क्या वह भाजपा के पदाधिकारी हैं या राज्यपाल? क्या वह अपना बचाव नहीं कर सकते?" महुआ मोइत्रा ने ट्विटर पर लिखाश् अंकलजी, भाजपा आईटी सेल बचा नहीं पाएगी। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि यदि भाजपा जीती होती तो देश के अन्य हिस्सों से ऐसी नियुक्तियां होतीं। मोइत्रा ने कहा, "बंगाल में जिसे यहां नौकरी मिलती है, वह इसके लायक होना चाहिए। उसे यह सिर्फ इसलिए नहीं मिलना चाहिए क्योंकि उनके यहां एक भगवा चाचा है, जो उनके लिए बोली लगा सकते हैं।" उन्होंने कहा, "भाजपा को बंगाल में पहुंचाने में विफल रहने के बाद, अंकलजी (धनखड़) को दिल्ली में नौकरी की तलाश करनी चाहिए। वह राज्य की कानून-व्यवस्था को नरक बना रहे हैं। महुआ ने कहा, "मैंने अंकलजी को मुझ पर मानहानि का मुकदमा करने की चुनौती दी है।" दरअसल, बसु ने मित्रा के उस बयान को बकवास बताया है, जिसमें मित्रा ने राजभवन में छह ओएसडी की नियुक्तियों पर सवाल उठाया था। महुआ मोइत्रा ने जगदीप धनखड़ को चुनौती दी कि वह इस मुद्दे पर अपनी टिप्पणी और ट्वीट को लेकर उन्हें कोर्ट में ले जाएं। हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश