कोलकाता, 15 फरवरी (हि. स.)। राजधानी कोलकाता में गत 11 फरवरी को "सचिवालय चलो" अभियान के दौरान भाजपा कार्यकर्ता मइदुल इस्लाम की पुलिस लाठीचार्ज में पिटाई की वजह से हुई मौत के बाद राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। सोमवार को कोलकाता के मौलाली मोड़ पर सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हुए माकपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इन्हें हटाने पहुंचे पुलिस कर्मियों के साथ एक बार फिर धक्का-मुक्की और लाठीचार्ज की स्थिति बन गई थी जिसके बाद माकपा कार्यकर्ताओं ने दौड़ा-दौड़ा कर पुलिसकर्मियों को पीटा है। एक पुलिसकर्मी की वर्दी फाड़ दी गई है। उसे घसीट कर बाल खींचते और मारते पीटते हुए माकपा कर्मियों का वीडियो भी सामने आया है। विरोध प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं का कहना है कि ममता बनर्जी की पुलिस ने उनके कार्यकर्ता की हत्या की है। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री से आदेश मिलने के बाद राजनीतिक तौर पर उनके कार्यकर्ता को मौत के घाट उतारा गया है। विरोध प्रदर्शन करने वाले कार्यकर्ताओं ने एजेसी बोस रोड को भी बंद कर दिया है। उल्लेखनीय है कि गत 11 फरवरी को कोलकाता के एसएन बनर्जी रोड पर सचिवालय की ओर बढ़ रहे वाममोर्चा कर्मियों के जुलूस को पुलिस ने बलपूर्वक रोक दिया था और बर्बर तरीके से लाठीचार्ज किया गया था। उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए थे और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल हुआ था। उसी दौरान मइदुल इस्लाम नाम के 31 वर्ष के माकपा कर्मी गंभीर रूप से घायल हुए थे। गंभीर हालत में उन्हें एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां उन्होंने सोमवार को दम तोड़ दिया। इसके बाद वाममोर्चा के कार्यकर्ताओं ने राज्य भर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश/सुगंधी-hindusthansamachar.in