सैन्यधाम के नाम पर सैनिकों का अपमान न करें सरकार: संयुक्त संगठन
सैन्यधाम के नाम पर सैनिकों का अपमान न करें सरकार: संयुक्त संगठन 
उत्तराखंड

सैन्यधाम के नाम पर सैनिकों का अपमान न करें सरकार: संयुक्त संगठन

Raftaar Desk - P2

देहरादून,09 नवम्बर (हि.स.)। उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर दून प्रेस क्लब में सोमवार को उत्तराखंड पूर्व सैनिक, अर्द्ध सैनिक संयुक्त संगठन के तत्वावधान में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश में पांचवां धाम सैन्य धाम बनाने की घोषणा की थी। यह अपने आप में अनूठी थी। पूर्व सैनिकों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की इच्छा के बाद राज्य सरकार ने सहस्त्रधारा रोड पर डंपिंग जोन में धाम बनाने का निर्णय लिया है। यह निर्णय पूर्व सैनिकों को अखर रहा है। पूर्व सैनिक पीसी थपलियाल का कहना है कि राज्य सरकार का यह निर्णय पूर्व सैनिकों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। उनका कहना था कि चारधाम हिमालय में है तो पांचवां धाम भी हिमालय में ही होना चाहिए। सहस्रधारा में पांचवां धाम बनाकर सैनिकों का अपमान कर रही है। उत्तराखंड पूर्व सैनिक अर्द्ध सैनिक संगठन के पदाधिकारियों ने सरकार से आग्रह किया है कि सैन्य धाम प्रदेश के सैनिक केंद्रों, रुड़की, लैंसडाउन, रानीखेत जैसी जगह पर बनाया जाए। ताकि सेना ही सैन्यधाम की देखरेख करे और सैनिकों का अपमान भी न हो। हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती/मुकुंद-hindusthansamachar.in