संस्कृतियों-का-संरक्षण-ही-समृद्ध-मानवीय-सभ्यता-का-प्रमुख-अंग-स्वामी-चिदानन्द-सरस्वती
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उत्तराखंड

संस्कृतियों का संरक्षण ही समृद्ध मानवीय सभ्यता का प्रमुख अंग : स्वामी चिदानन्द सरस्वती

Raftaar Desk - P2

ऋषिकेश : भारत के महान संत, विचारक और आध्यात्मिक गुरू रामकृष्ण परमहंस जी की जयंती के पावन अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने उन्हें भावाजंलि अर्पित करते हुये कहा कि रामकृष्ण परमहंस जी की कृपा दृष्टि से ही पूरे विश्व को स्वामी विवेकानन्द जी के क्लिक »-doonhorizon.in