शिक्षण संस्थाओं के खुले रहने पर असमंजस
शिक्षण संस्थाओं के खुले रहने पर असमंजस 
उत्तराखंड

शिक्षण संस्थाओं के खुले रहने पर असमंजस

Raftaar Desk - P2

नई टिहरी, 03 जुलाई (हि.स.)। मानव ससाधन विकास मंत्रालय की कोविड-19 के तहत जारी गाइड लाइन के मुताबिक प्रदेश के महाविद्यालय व अन्य शिक्षण संस्थानों के खुले रहने से असमंजस की स्थिति है। मंत्रालय द्वारा कोरोना संक्रमण के मद्देनजर आगामी 31 जुलाई तक महाविद्यालय व शैक्षणिक संस्थान पूरी तरह बन्द रखने के निर्देश दिये हैं। साथ ही कक्षाओं के संचालन के ऑनलाइन निर्देश दिए हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय सचिव अमित खरे द्वारा अनलॉक-2 के तहत शिक्षक, शिक्षणत्तर कर्मचारियों, शोधार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर 21 मार्च को जारी वर्क फ्रॉम होम के आदेश का पालन आगामी 31 जुलाई 2020 तक किये जाने को कहा गया है। ठीक इसके उलट विश्विवद्यालय अनुदान आयोग सचिव प्रो. रजनीश जैन द्वारा भी मानव ससाधन विकास मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार 31 जुलाई तक शारीरिक दूरी बनाते ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन करने के सभी महाविद्यालय व शिक्षण संस्थानों को आदेश दिया गया है। लेकिन उत्तराखंड में सभी महाविद्याल अभी तक खुले हुए हैं। देवप्रयाग महाविद्यालय के शिक्षक व शिक्षणतर कर्मचारी प्रतिदिन दस से तीन बजे तक महाविद्यालय आते हैं। छात्र-छात्राओं को महाविद्यालय न आने की अनुमति के चलते सभी पांच घंटे महाविद्यालय में बिताकर वापस चले जाते हैं। केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार राज्य सरकार से इस विषय में कोई निर्देश महाविद्यालय को नहीं मिले हैं। ऐसे में शिक्षकों सहित शिक्षणत्तर कर्मचारी 31 जुलाई तक महाविधालयों को बन्द रखने को लेकर असंमजस की स्थिति में हैं। हिन्दुस्थान समाचार/प्रदीप डबराल/मुकुंद-hindusthansamachar.in