ऋषिकेष, 24 अक्टूबर (हि.स.)। नवरात्रि की अष्टमी-नवमी तिथि पर शनिवार को परमार्थ निकेतन में विश्व शान्ति एवं पर्यावरण शुद्धि के लिये विशेष हवन किया गया। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती और साध्वी भगवती सरस्वती ने इसमें प्रमुख रूप से हिस्सा लिया। चिदानन्द सरस्वती ने साधकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नवरात्रि आंतरिक शुद्धि एवं नई ऊर्जा संचय करने का पर्व है। सकारात्मक परिवर्तन का पर्व है। नवरात्रि और देवी पूजन के संदर्भ में चिदानंद ने कहा कि हमारे देश में आज भी बेटियों को शिक्षित करने से पहले शादी कर दी जाती है। इसे केवल ‘सामाजिक बुराई’ के रूप में ही नहीं देखा जाना चाहिये। यह तो बच्चों के ‘मौलिक अधिकारों’ का भी उल्लंघन है। हिन्दुस्थान समाचार /विक्रम/मुकुंद-hindusthansamachar.in