कुंभ में अखाड़ों की पेशवाई पर संकट, व्यवस्था बनाने में जुटा प्रशासन
कुंभ में अखाड़ों की पेशवाई पर संकट, व्यवस्था बनाने में जुटा प्रशासन 
उत्तराखंड

कुंभ में अखाड़ों की पेशवाई पर संकट, व्यवस्था बनाने में जुटा प्रशासन

Raftaar Desk - P2

हरिद्वार, 20 अक्टूबर (हि.स.)। महाकुंभ का आगाज होने में अब कुछ ही समय शेष है। कुंभ पर्व में स्नान से पूर्व अखाड़ों की पेशवाई का विशेष महत्व होता है। सभी अखाड़े और उनसे जुड़ी मणियां एक निशिचत समय पर अपनी-अपनी पेशवाई के माध्यम से इस पर्व का आगाज करते हैं। लेकिन इस बार कुंभ में सभी अखाड़ों के समक्ष एक नया संकट पैदा हुआ है। कनखल में अधिकतर अखाड़े स्थित हैं। कुंभ के चलते यहां बन रहे फ्लाईओवर्स इन पेशवाईय के निर्बाध संचालन में बाधा बन रहे हैं। इस संकट को लेकर कुंभ मेला प्रशासन अपनी रणनीति तैयार करने में जुट गया है। कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि पेशवाई महाकुंभ की अहम कड़ी होती है। इसको देखते हुए रणनीति तैयार की जा रही है। जल्द ही सभी अखाड़ों के संतों से वार्ता कर इस अहम समस्या का हल निकाल लिया जाएगा। उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों की एक पेशवाई के रास्ते के लिए एक कमेटी बना दी है। बहुत जल्द ही कमेटी के सदस्य, सभी अखाड़ों के संतों के साथ बैठक कर पेशवाई के रास्ते की रूपरेखा तैयार करेंगे, जिससे कुंभ में अखाड़ों द्वारा निकाले जाने वाली पेशवाई में किसी तरह की समस्या न आ सके। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत/मुकुंद-hindusthansamachar.in