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उत्तराखंड

नारद जयंती पर वर्चुअल माध्यम से हुई विचार गोष्ठी

Raftaar Desk - P2

गोपेश्वर, 27 मई (हि.स.)। चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में गुरुवार को नारद जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर से वर्चुअल माध्यम से एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में लेखक, पत्रकार, कवि आदि ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में आरएसएस के सह प्रांत प्रचार प्रमुख बृजेश बनकोटी ने कहा कि भगवान नारद सृष्टि के पहले पत्रकार थे, जो तीनों लोकों में संदेश पहुंचाने का काम करते थे। साथ ही 64 विधाओं के ज्ञाता थे। जिस प्रकार से मीडिया को चौथा स्तंभ माना जाता है उसी प्रकार से त्रिदेव के बाद नारदजी को चौथा स्थान प्राप्त है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पत्रकारिता मिशन न रहकर पाठक और टीआरपी के बीच में फंस कर रह गई है, जिसके चलते समाचारों में संस्कारवान शिक्षा के बजाय अहिंसा, अश्लीलता, अंधविश्वास पर ज्यादा फोकस बना हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में ऐसी पत्रकारिता की आवश्यकता है जो लोगों का हौसला बढ़ाये, लोगों को मानसिक सुकून पहुंचाये। पत्रकार क्रांति भट्ट ने कहा कि समाचारों में विश्वसनीयता बनाये रखना पत्रकारिता का पहला धर्म है। सूचनाओं में सत्यता अवश्य होनी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन आरएसएस के जिला प्रचार प्रमुख दिनेश उनियाल ने किया। हिन्दुस्थान समाचार/जगदीश