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उत्तराखंड

एम्स ऋषिकेश में यूपी की किशोरी की सफल हार्ट सर्जरी

Raftaar Desk - P2

ऋषिकेश, 16 फरवरी (हि.स.)। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश के सीटीवीएस विभाग के चिकित्सकों ने उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद निवासी 12 वर्षीय किशोरी के दिल की जन्मजात गंभीर बीमारी का सफल ऑपरेशन कर उत्तराखंड में चिकित्सा क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है। बताया गया है कि किशोरी के दिल में जन्म से छेद था, जिससे उसका शरीर अक्सर नीला पड़ जाता था। अपने शहर के आसपास उच्च चिकित्सकीय सुविधाओं के अभाव के चलते अब तक किशोरी के माता-पिता उसका उपचार नहीं करा पा रहे थे, लिहाजा इस किशोरी को उम्र बढ़ने के साथ-साथ दिल की जन्मजात बीमारी के कारण सांस लेने में कठिनाई होने लगी। इसके बाद किशोरी के परिजनों ने उसके समुचित उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश की ओर रुख किया। एम्स अस्पताल में किए गए सीटी स्कैन से पता चला कि किशोरी को डीओआरवी, पीएस नामक हृदय की बीमारी है, जिसके लिए ऑपरेशन की आवश्यकता है। इसके साथ ही उसके शरीर में कुछ ऐसी नसें भी थीं, जिन्हें ऑपरेशन से पहले एन्जियोग्राफी से बंद करना था। संस्थान की हृदय रोग विभागाध्यक्ष डॉ. भानु दुग्गल एवं डॉ. यश श्रीवास्तव ने एन्जियोग्राफी के माध्यम से किशोरी की इन नसों में छल्ला डाला, जिसके बाद सीटीवीएस विभाग के पीडियाट्रिक कॉर्डियक सर्जन डॉ. अनीश गुप्ता ने उसकी जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। चिकित्सकीय टीम की इस सफलता के लिए एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत ने उन्हें प्रोत्साहित किया। साथ ही प्रो. रवि कांत ने चिकित्सकों को भविष्य में भी इसी तरह मरीजों की मदद करने के साथ-साथ सुपरस्पेशलिटी सुविधाओं के सुचारू संचालन का भरोसा दिलाया। डॉ. अनीश ने बताया कि सर्जरी के बाद एनेस्थेटिस्ट डॉ. अजेय मिश्रा की टीम ने किशोरी का भली प्रकार से ख्याल रखा। किशोरी को अब पूर्णरूप से स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। हिन्दुस्थान समाचार /विक्रम-hindusthansamachar.in