Uttarkashi Tunnel
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उत्तराखंड

Uttarkashi Tunnel: युद्धस्तर पर जारी ऑपरेशन "मिशन उत्तरकाशी"... कुछ ही घंटो में सुरंग से निकलेंगे श्रमिक

उत्तरकाशी, हि.स.। सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन युद्धस्तर पर जारी है। रेस्क्यू टीम को गत बीते दिन ही सफलता मिल गई थी लेकिन अंतिम पाइप एस्केप टनल के आगे करीब तीन फीट हिस्सा हल्का मुड़ गया था, जिसे काटने की कोशिशें जारी हैं। उसके बाद सही एलाइनमेंट के आधार पर 800 एमएम की पाइप को पुश किया जाना है। रूड़की के मुख्य वैज्ञानिक और सुरंग विशेषज्ञ आरडी द्विवेदी सिल्कयारा सुरंग स्थल पर पहुंचे।

सुरंग के बाहर बड़ी संख्या में एंबुलेंस मौजूद

सुरंग से मजदूरों को बाहर निकाले जाने के बाद तमाम जरूरी तैयारियों को जिला प्रशासन ने अंतिम रूप दे दिया है। सुरंग के बाहर बड़ी संख्या में एंबुलेंस भी मौजूद है। इसके साथ ही मेडिकल टीम व अन्य सहायताकर्मियों की तैनाती की गई है।

एयरलिफ्ट करने की भी तैयारी
उत्तराखंड के उत्तरकाशी की सिल्क्यारा टनल में 12 दिन से फंसे 41 मजदूरों के जल्द बाहर निकलने की उम्मीद नजर आ रही है। टनल के एंट्री पॉइंट से अमेरिकी ऑगर मशीन पूरे 60 मीटर तक ड्रिल कर चुकी है। टनल के अंदर आखिरी 800 एमएम (करीब 32 इंच) का पाइप डाला जा रहा है।

ऋषिकेश स्थित एम्स अस्पताल को रखा अलर्ट पर

जानकारी के मुताबिक चिनूक हेलिकॉप्टर चिन्यालीसौड हवाई अड्डे पर लैन्ड करेगा। श्रमिकों को एयरलिफ्ट करने की जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल किया जाएगा। उधर, ऋषिकेश स्थित एम्स अस्पताल को भी अलर्ट पर रखा हुआ है।

मुख्य वैज्ञानिक और सुरंग विशेषज्ञ आरडी द्विवेदी पहुंचे सिल्कयारा

रूड़की के मुख्य वैज्ञानिक और सुरंग विशेषज्ञ आरडी द्विवेदी सिल्कयारा सुरंग स्थल पर पहुंचे। यहां टनल में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान चल रहा है। आरडी द्विवेदी ने कहा कि सीआईएमएफआर रूड़की से कुल तीन लोग यहां आए हैं। हम सुरंग बनाने के विशेषज्ञ हैं और हम यहां चल रहे बचाव अभियान का अपडेट लेंगे।

'मिशन उत्तरकाशी'

ताजा अपडेट के अनुसार 45 मीटर तक पाइप को पुश करने में सहायता मिल चुकी है। करीब 12 मीटर ड्रिलिंग का कार्य किया जाना है। पाइपलाइन डालने के बाद इसकी सफाई का कार्य किया जाएगा। इसके बाद फंसे मजदूरों को बाहर निकालने का कार्य शुरू होगा। पाइपलाइन से श्रमिकों के बाहर निकालने के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। इसके लिए सभी प्रकार की सुविधाओं से लैस 41 एंबुलेंस को सिलक्यारा टनल के पास खड़ा किया गया है। स्ट्रेचर भी मौके पर पहुंच गए हैं। महामशीन और ऑस्ट्रेलियाई 'अक्षय कुमार'... रानीगंज नहीं, यह सुरंग से मजदूरों को बचाने का 'मिशन उत्तरकाशी' है

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