ऋषिकेश, 08 जुलाई (हि.स.)। श्री भरत मन्दिर के महन्त अशोक प्रपन्नाचार्य महाराज का 78 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनके निधन पर नगर की सामाजिक, राजनीतिक व धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। उनका अंतिम संस्कार चंद्रेश्वर नगर स्थित श्मशान घाट पर सनातन परंपरा अनुसार कर दिया गया है। महन्त का जन्म 10 फ़रवरी 1942 को ऋषिकेश में ज्योति प्रसाद शर्मा के परिवार में हुआ था। अशोक प्रपन्नाचार्य उनके सबसे बड़े पुत्र थे। उनके दादा पुराण प्रसिद्ध श्री भरत मन्दिर के गद्दीनसीन महन्त स्व. परशुराम महाराज, जो कि नगरपालिका परिषद ऋषिकेश के प्रथम अध्यक्ष भी रहे थे। उनके पश्चात अशोक प्रपन्नाचार्य ने 1956 में श्री भरत मन्दिर ऋषिकेश की गद्दी संभाली थी। वे श्री भरत मन्दिर की शिक्षण संस्थाओं में श्री भरत मन्दिर इण्टर कॉलेज, श्री भरत मन्दिर संस्कृत महाविद्यालय, ज्योति विशेष विद्यालय के साथ ही उत्तराखंड एवं अन्य स्थानों की धार्मिक एवं शैक्षणिक संस्थाओं के संचालन व संवर्द्धन में सराहनीय भूमिका रही। स्वर्गीय महन्त अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। आपके दो पुत्र वत्सल शर्मा व वरुण शर्मा भी सामाजिक, शिक्षण संस्थाओं व धार्मिक संस्थाओं के संचालन व संवर्धन में सक्रिय हैं।हिन्दुस्थान समाचार /विक्रम-hindusthansamachar.in