सृष्टि के सर्वशक्तिमान देव हैं भगवान शिवः कैलाशानंद
सृष्टि के सर्वशक्तिमान देव हैं भगवान शिवः कैलाशानंद 
उत्तराखंड

सृष्टि के सर्वशक्तिमान देव हैं भगवान शिवः कैलाशानंद

Raftaar Desk - P2

हरिद्वार, 21 जुलाई (हि.स.)। श्री दक्षिण काली पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद महाराज ने शिव महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान शिव बहुत ही दयालु व कृपालु हैं जो भक्तों को मनवांछित फल प्रदान कर उनके कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। जो श्रद्धालु भक्त भगवान शिव की शरण में आ जाता है उसका कल्याण निश्चित है। मंगलवार को संघ के जिला बिजनौर कार्यवाहक ललित कुमार व पूर्व राज्यमंत्री गौरव चौधरी ने श्री दक्षिण काली मंदिर पहुंचकर भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया। इस दौरान स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि भगवान शिव सृष्टि के सर्वशक्तिमान देव हैं। संसार का आदि व अनंत भगवान शिव में ही समाहित है। भगवान शिव की आराधना से मन में प्रेम का अंकुर प्रस्फुटित होता है। जो व्यक्ति का परमात्मा से साक्षात्कार करवाकर उसके कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है। भगवान ने कर्म करने के लिए ही व्यक्ति को धराधाम पर भेजा है। जिसकी प्रधानता से वह महान बनता है। महादेव शंकर की पूजा अर्चना कर विश्व कल्याण की कामना करते हुए स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि देवों के देव महादेव भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर उन्हें मनवांछित फल प्रदान करते हैं। ललित कुमार व गौरव चौधरी ने कहा कि श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित है। श्रावण मास के दौरान की गयी भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से सहस्त्र गुणा पुण्य फल की प्राप्ति होती है। भगवान शिव की कृपा से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। श्रावण माह में नियमपूर्वक विधि विधान से भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से साधक के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। जीवन में छाया अंधकार रूपी अज्ञान नष्ट हो जाता है और ज्ञान का प्रकाश होता है। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत/मुकुंद-hindusthansamachar.in