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उत्तराखंड

आत्मनिर्भर भारत के लिए नवाचारी सोच जरूरीः कुलपति हेमचंद्र

Raftaar Desk - P2

देहरादून, 12 फरवरी (हि.स.)। एचएनबी चिकित्साशिक्षा विवि के कुलपति प्रो. हेमचंद्र ने शुक्रवार को कहा कि सकारात्मक व नवाचारी दृष्टिकोण से भारत आत्मनिर्भर होगा। स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्पादकता एवं नवाचार बहुत आवश्यक है। इस कार्य में स्वास्थ्य कर्मियों को बड़ा योगदान देना होगा। दून मेडिकल कॉलेज में उत्पादकता सप्ताह के तहत एचएनबी उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय, दून मेडिकल कॉलेज और ग्रेटर नोएडा प्रोडक्टिविटी काउंसिल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित संगोष्ठी का बतौर मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. हेमचंद ने शुभारंभ करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्पादकता एवं नवाचार बहुत आवश्यक है। उन्होंने स्वाथ्य कर्मियों से अपील करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत मुहिम को सफल बनाने में आपका योगदान जरूरी है। ग्रेटर नोएडा प्रोडक्टिविटी काउंसिल के निदेशक डॉ. आरडी मिश्रा ने स्वास्थ्य कर्मियों और कॉलेज में अध्ययनरत एमबीबीएस के छात्रों को मरीजों की उपचार में अपने बेहतर योगदान देने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि गैप को पूरा करने के लिए कार्यक्षमता बढ़ाकर भरपाई की जा सकती है। डॉ. मिश्रा ने सकारात्मक मानसिकता व नवाचारी दृष्टिकोण के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान में यह सोच झलकनी चाहिए। दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने सभी अतिथियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि पारंपरिक दृष्टिकोण से अलग हटकर नवाचारी प्रयासों के माध्यम से कॉलेज में बदलाव की नींव रखी जा रही है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनुपमा आर्य ने किया। हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/मुकुंद-hindusthansamachar.in