हरिद्वार, 29 दिसम्बर (हि.स.)। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द महाराज ने मंगलवार को कहा है सरकार कुंभ को लेकर फैले भ्रम को तत्काल दूर करे। कुंभ भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म का सबसे महत्वपूर्ण पर्व है। लोग 12 वर्ष तक कुंभ में गंगा स्नान की प्रतीक्षा करते हैं। उन्होंने यह बात कनखल स्थित शंकराचार्य मठ में संवाददाता सम्मेलन में कही। स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते कुंभ की तैयारियों में विलंब हुआ है। कोरोना से पूरी दुनिया प्रभावित हुई है। कुंभ आयोजन के साथ कोरोना की स्थिति को भी ध्यान में रखना होगा। मुख्यमंत्री भी कोरोना संक्रमित हो चके हैं। मेला प्रशासन को कोरोना और धार्मिक भावनाओं पर संतुलन साधते हुए कुंभ का आयोजन करना चाहिए। इस तरह की व्यवस्था की जानी चाहिए कि संतों और श्रद्धालुओं की कुंभ स्नान की इच्छा भी पूरी हो और कुंभ के लिए हरिद्वार आने वालों को कोरोना से बचाया भी जा सके। इस अवसर पर मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानन्द सरस्वती, महंत आशुतोष पुरी, स्वामी सदाशिव, ब्रह्मचारी श्रवणानन्द, ब्रह्मचारी रामानन्द, ब्रह्मचारी चेतनदेव, स्वामी प्रेमानन्द, सती जी आदि मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत/मुकुंद-hindusthansamachar.in