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उत्तराखंड

देवस्थानम बोर्ड हो तत्काल भंग: किशोर उपाध्याय

Raftaar Desk - P2

नई टिहरी, 20 जून (हि.स.)। वनाधिकार आन्दोलन के प्रणेता और कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को पत्र लिखकर देवस्थानम बोर्ड को तत्काल भंग करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि तीर्थ पुरोहितों को विश्वास में लिये बगैर उन पर काला कानून नहीं थोपा जाना चाहिए। उपाध्याय ने कहा है कि देवास्थानम बोर्ड के नियम कानून पुश्तैनी हक-हकूकों का कत्ल करते नजर आते हैं। उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड की सरकारें एक जाति विशेष व समुदाय के प्रति वैमनस्य का भाव रख रही हैं। सामाजिक समरसता के ताने-बाने को नष्ट कर देना चाहती हैं। उन्होंने सवाल किया है कि इस कानून की समाप्ति की घोषणा करने के बाद अब सरकार मुकर क्यों रही है। उपाध्याय ने कहा है कि देवस्थानम बोर्ड कानून को वापस नहीं लिया गया तो वे अपने साथियों के साथ कोविड नियमों का पालन करते हुये विधानसभा सत्र के दौरान धरना देने को मजबूर होंगे। हिन्दुस्थान समाचार/प्रदीप डबराल