विविधता में एकता, समरसता और सद्भाव भारत की अमूल्य संपदा : स्वामी चिदानन्द सरस्वती
विविधता में एकता, समरसता और सद्भाव भारत की अमूल्य संपदा : स्वामी चिदानन्द सरस्वती 
देहरादून

विविधता में एकता, समरसता और सद्भाव भारत की अमूल्य संपदा : स्वामी चिदानन्द सरस्वती

Raftaar Desk - P2

ऋषिकेश : दुनिया भर में आज के दिन को अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। कोरोना वायरस के कारण वैश्विक स्तर पर मानव एकता का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है। ज्ञात हो कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2 दिसंबर 2005 को घोषणा की थी क्लिक »-doonhorizon.inUttarakhandDehradunfeed.xml