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उत्तराखंड

बदरीनाथ ब्रह्मकपाल के तीर्थ पुरोहित ने जतायी नाराजगी

Raftaar Desk - P2

गोपेश्वर, 28 मई (हि.स.)। बदरीनाथ के ब्रहमकपाल तीर्थ पुरोहित संगठन ने मंदिरों में पूजा प्रक्रिया के समय में किये गये बदलावा पर नाराजगी व्यक्त की है। संगठन ने सरकार से कोविड गाइड लाइनों के साथ मंदिरों में पौराणिक परम्पराओं के अनुसार पूजा-अर्चना करवाने की मांग उठाई है। कहा है कि जहां बदरीनाथ और नृसिंह मंदिर में पौराणिक काल से ब्रहम मुहूर्त में चार बजे पूजा की जाती है। वहीं देवस्थानम के कर्मचारियों की ओर से कोविड नियमों का हवाला देते हुए इन दिनों सात बजे मंदिर खोला जा रहा है। ब्रहमकपाल तीर्थ पुरोहित संगठन के अध्यक्ष उमाकांत सती व शंकराचार्य मठ के तीर्थ पुरोहित ऋषि प्रसाद सती का कहना है कि सरकार की ओर से कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिये मंदिरों में दर्शन प्रक्रिया रोकने का समर्थन किया जा रहा है। लेकिन सीमित संख्या में मंदिर में होने वाली नित्य पूजा-अर्चना के लिये समय में परिर्वतन धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप नहीं है। सरकार को नियमों में बदलाव कर धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मंदिरों में पूजा-अर्चना करवानी चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/जगदीश