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उत्तराखंड

हेमकुण्ड साहिब-लोकपाल का मार्ग खोलने पहुंचे सेना के जवान

Raftaar Desk - P2

जोशीमठ,12 अप्रैल (हि.स.) । इस साल हेमकुण्ड साहिब-लोकपाल के कपाट 10 मई को खुलने हैं। इसको लेकर प्रशासन ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। दो दिन पूर्व शनिवार को हेमकुंड साहिब-लोकपाल का मार्ग खोलने को सेना के जवान यहां पहुंचे हैं। जानकारी के अनुसार सिखों के पवित्र धाम हेमकुण्ड साहिब एवं लोकपाल तीर्थ के कपाट आगामी 10 मई को खुलेंगे लेकिन अभी भी अटलाकोटी से लेकर हेमकुंड साहिब तक मार्ग पर दो से आठ फीट तक बर्फ की मोटी चादर बिछी है। अटलाकोटी ग्लेशियर ही 4 से 8 फीट तक की ऊंचाई का है। इस ग्लेशियर को काटकर ट्रैक तैयार करना सेना के जवानों के लिए भी कम चुनौती नहीं है। सेना का 19 सदस्यीय दल ग्लेशियर काटने व मार्ग तैयार करने मे जुटा हुआ है। हेमकुंड साहिब मैनेजमेंन्ट ट्रस्ट के मुख्य प्रबंन्धक सरदार सेवा सिंह ने सोमवार को बताया कि हेमकुंड साहिब में अभी भी 6 से 7 फीट तक बर्फ की परत जमी है। सेना की 418 इंजीनियर कपंनी के सुबेदार जगसीर सिंह के नेतृत्व में 10 अप्रैल को सेना की टीम हेमकुंड साहिब पहुंच गई है, इस टीम में सिख रेजीमेन्ट के भी 12 जवान शामिल हैं। इन जवानों ने ग्लेशियर काटकर ट्रैक रूट बनाने व हेमकुंड साहिब से बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर दिया है। पूरी उम्मीद है कि 10 मई प्रकाशोत्सव से पूर्व यह मार्ग आवाजाही के लिए तैयार कर लिया जाएगा। सेवा सिंह ने बताया कि 15 सेवादारों का दल घाॅधरिया पहुंच गया है। हेमकुंड साहिब तक का ट्रैक तैयार होते ही सेवादारों का दल हेमकुंड साहिब पहुंचेगा। गौरतलब है कि गत वर्ष कोविड-19 के कारण यात्रा प्रभावित रही। गत वर्ष 4सितम्बर को हेमकुंड साहिब के कपाट खुले थे और 10 अक्टूबर को कपाट बंन्द हो गए थे। इस दौरान साढे़ आठ हजार श्रद्धालु ही पंहुच सके। हिन्दुस्थान समाचार/प्रकाश कपरूवाण