शैक्षणिक गुणवत्ता को तय होगी एआरपी समेत डायट मेंटर की जवाबदेही
शैक्षणिक गुणवत्ता को तय होगी एआरपी समेत डायट मेंटर की जवाबदेही 
उत्तर-प्रदेश

शैक्षणिक गुणवत्ता को तय होगी एआरपी समेत डायट मेंटर की जवाबदेही

Raftaar Desk - P2

मीरजापुर, 09 सितम्बर (हि.स.)। परिषदीय स्कूलों में शिक्षण गुणवत्ता संवर्धन एवं मिशन प्रेरणा की गतिविधियों के संचालन के लिए एआरपी, एसआरजी के साथ ही डायट मेंटर की भूमिका व जवाबदेही भी अब तय होगी। एकेडमिक रिसोर्स पर्सन, स्टेट रिसोर्स पर्सन और डायट मेंटर अब कार्यालय में आराम नहीं फरमा सकेंगे। एआरपी अथवा एसआरजी अकादमिक मामलों में राज्य, जनपद व विद्यालयों को अपनी सेवाएं देंगे। साथ ही मिशन प्रेरणा के क्रियान्वयन में शिक्षकों को हैंड होल्डिंग करने, विद्यालयों को सपोर्टिव सुपरविजन करने एवं शैक्षिक सुधारों के प्रयासों को नियमित और उत्कृष्ट बनाने का कार्य करेंगे। डायट मेंटर सप्ताह में एक दिन बीआरसी कार्यालय का भ्रमण करेंगे तथा एआरपी के साथ ब्लाक की शैक्षिक प्रगति की समीक्षा करेंगे। कोविड 19 के चलते बच्चे विद्यालय नहीं आ रहे हैं, तब तक एआरपी द्वारा निर्धारित गतिविधियों का संचालन बीआरसी से होगा। सभी एआरपी को अपनी उपस्थिति ब्लाक संसाधन केंद्र कार्यालय पर दर्ज करानी होगी। सभी शिक्षकों को दीक्षा एप डाउनलोड व आनलाइन कोर्स पूरा कराना होगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक द्वारा इस बाबत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिशा निर्देश जारी किया गया है। निर्देश दिया है कि राज्य व जनपद स्तर पर आयोजित होने वाली बैठकों तथा प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग करें। जनपद में शेष एआरपी के चयन के लिए ऊर्जावान शिक्षकों को आवेदन करने हेतु प्रेरित करने के साथ ही शिक्षक संकुल के साथ आनलाइन पाक्षिक बैठक का भी आयोजन करेंगे। इनकी जिम्मेदारी होगी कि राज्य परियोजना द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को पूरा कराएं। डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में मासिक समीक्षा बैठक में एआरपी को ससमय प्रतिभाग करना होगा। जिसमें मासिक लक्ष्य के आधार पर प्रगति की समीक्षा, चुनौतियों पर चर्चा कर समाधान खोजने, मिशन प्रेरणा की ई पाठशाला आदि पर बल दिया जाएगा। डायट प्राचार्य फतेह बहादुर सिंह ने बताया कि परिषदीय स्कूलों में शिक्षण गुणवत्ता संवर्धन पर शासन द्वारा विशेष बल दिया जा रहा है। शिक्षण को बेहतर बनाने के साथ ही स्पोर्ट के लिए डायट मेंटर को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे डायट की जिम्मेदारी बढ़ गई हैं। हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/विद्या कान्त-hindusthansamachar.in