विंध्यवासिनी के जयकारे से गूंज उठा विंध्यधाम
विंध्यवासिनी के जयकारे से गूंज उठा विंध्यधाम  
उत्तर-प्रदेश

विंध्यवासिनी के जयकारे से गूंज उठा विंध्यधाम

Raftaar Desk - P2

-पूर्णबंदी के बाद पहली बार विंध्यधाम में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ -बोले दर्शनार्थी, जब हो रहा चुनाव तो नवरात्र मेला क्यों नहीं मीरजापुर, 11 अक्टूबर (हि.स.)। पूर्णबंदी के बाद पहली बार रविवार को विंध्यधाम में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। भोर से ही मां विंध्यवासिनी के जयकारे व शंख-घंटों की आवाज से पूरा विंध्यधाम भक्तिमय हो गया। मंदिर पहुंचे आस्थावानों ने बड़े ही श्रद्धा-भाव से जगत जननी मां विंध्यवासिनी के चरणों में शीश नवाकर मंगलकामना की। वहीं मंदिर के गुंबद और हवन कुंड की परिक्रमा करने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। लगभग एक लाख श्रद्धालुओं ने विंध्यधाम में मत्था टेका। आदिशक्ति जगत जननी मां विंध्यवासिनी के दरबार में रविवार की भोर से ही दर्शन-पूजन का सिलसिला शुरू हो गया था, जो देर रात तक अनवरत चलता रहा। गंगा स्नान करने के बाद श्रद्धालु डलिया में नारियल-चुनरी, माला-फूल, रोरी-रक्षा, लाचीदाना-कपूर एवं प्रसाद लिए विंध्यधाम पहुंचे, जहां मां के भव्य स्वरूप का दर्शन कर निहाल हो उठे। घंटा-घड़ियाल, शंख, नगाड़ा और माता के जयकारे से पूरा मंदिर परिसर देवीमय हो रहा था। विंध्याचल की गलियों में प्रसाद लिए कतार में खड़े आस्थावान मां का जयकारा लगाते मंदिर की तरफ बढ़े चले जा रहे थे। मां का दर्शन-पूजन करने के बाद भक्तों ने मंदिर परिसर पर विराजमान समस्त देवी-देवताओं की पूजन-अर्चन कर सुख-समृद्धि की कामना की। विंध्यधाम में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। दर्शनार्थियों ने कहा कि जब चुनाव हो सकता है तो मेला क्यों नहीं हो सकता। सरकार के गाइडलाइन के अनुसार नवरात्र मेला होना चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/ रामानुज-hindusthansamachar.in