रक्षाबंधन में कोरोना का असर, राखी की दुकानों में नहीं दिख रही रौनक
रक्षाबंधन में कोरोना का असर, राखी की दुकानों में नहीं दिख रही रौनक  
उत्तर-प्रदेश

रक्षाबंधन में कोरोना का असर, राखी की दुकानों में नहीं दिख रही रौनक

Raftaar Desk - P2

फतेहपुर, 02 अगस्त (हि.स.)। इस बार राखी की दुकानों में पूर्व वर्षो की भांति भीड़ व रौनक देखने को नहीं मिल रही है क्योंकि कोरोना संक्रमण के चलते तमाम बहने ना तो अपने भाइयों के यहां जा पा रही हैं और ना ही भाई अपने बहनों के यहां जा पा रहे हैं। यही कारण है कि इस बार राखी की दुकानों में भीड़ का टोटा दिखाई पड़ रहा है। कोरोना ने हर व्यवसाय की कमर तोड़ दिया है। दुकानदारों से बात करने पर पता चला कि इस बार उनकी राखी न के बराबर बिक रही हैं। हालांकि दुकानदारों ने यह बात जरूर कहा कि इस बार धागा ज्यादा बिक रहा है वहीं कुछ दुकानें में तो सन्नाटा ही पसरा दिखाई पड़ा दुकानदारों ने कहा कि कोरोना के संक्रमण के चलते जहां जगह-जगह बैरिकेडिंग है, यह भी राखी की दुकानों में भीड़ इकट्ठा न होने का कारण है। तमाम बहनें घरों से बाहर इसीलिए नहीं निकल रही हैं वहीं फेरीवाले मोहल्ले-मोहल्ले फेरी लगाकर धागा बेच रहे हैं उसको भी बड़ी मात्रा में बहने खरीद रही हैं यही कारण है कि इस बार दुकानों में बहनों द्वारा राखी खरीदने की संख्या ना के बराबर दिख रही है। बहनों का कहना है कि बसों व ट्रेनों से आवागमन करने पर कोरोना के संक्रमण का भय है। जिसके कारण रक्षाबंधन में मायके जाना मुश्किल हो गया है और डॉक सेवा भी ट्रेनों के कम चलने के कारण समय पर राखी पहुँचना संभव नहीं इसीलिये इस बार राखी खरीदने का पहले जैसा उत्साह नहीं है। दुकानदारों ने बताया कोरोना संक्रमण के चलते इस बार राखी का त्यौहार फीका ही नजर आ रहा है और वह ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि यह करोना जल्दी समाप्त हो ताकि अगले वर्ष जमकर राखी की बिक्री हो सके क्योंकि राखी कोई खराब होने वाली वस्तु नहीं है इसलिए इसे हम अगले वर्ष भी आसानी से बेंच सकते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/देवेन्द्र/मोहित-hindusthansamachar.in