महिलाओं को जागरूक कर रहे स्वास्थ्यकर्मी, काॅपर-टी के लिए किया प्रेरित
महिलाओं को जागरूक कर रहे स्वास्थ्यकर्मी, काॅपर-टी के लिए किया प्रेरित  
उत्तर-प्रदेश

महिलाओं को जागरूक कर रहे स्वास्थ्यकर्मी, काॅपर-टी के लिए किया प्रेरित

Raftaar Desk - P2

मीरजापुर, 03 सितम्बर (हि.स.)। महिलाओं में काॅपर-टी लगवाने की रूचि कोरोना काल में अत्यधिक बढ़ी है। बच्चों में अन्तर रखने और अनचाहे गर्भधारण के लिए महिलाओं में माहवार संख्या बढ़ती गई। परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी की मानें तो वर्ष 2019-20 में 28 फीसदी महिलाओं ने प्रसव के बाद पीपीआईयूसीडी (काॅपर-टी) लगवाया गया था। वहीं कोरोना काल में 17 फीसदी महिलाओं ने प्रसव के बाद काॅपर-टी लगवाया। कोरोना काल में स्वास्थ्यकर्मियों की सहायता से प्रसव कराने आने वाली महिलाओं को पीपीआईयूसीडी के प्रति जागरूक करने का कार्य किया गया। जिसका परिणाम रहा है कि महिलाओं में पीपीआईयूसीडी के प्रति रूझान बढ़ा है। अप्रैल माह में जहां 10 फीसदी महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी लगवाई थी। वही अगस्त माह के अन्त तक 17 फीसदी महिलाओं को पीपीआईयूसीडी लगवाया जा चुका है। यह प्रसव करा रहे डाक्टर एवं स्टाफ नर्सों के उचित मार्गदर्शन से संभव हो पा रहा है। जिले के स्वास्थ्यकर्मी लोगों को परिवार नियोजन के लाभ बताने का कार्य कर रहे हैं। परिवार नियोजन के परामर्शदाता पीके पांडेय ने बताया कि कोरोना काल में जिले में पीपीआईयूसीडी लगाने में अन्य जनपदों की अपेक्षा बेहतर कार्य किया गया है। स्वास्थ्यकर्मियों ने महिलाओं को काॅपर-टी के लिए प्रेरित किया। जिसका परिणाम यह है कि कोरोना काल में जिले में प्रसव के बाद 17 फीसदी प्रसव के बाद महिलाओं को काॅपर-टी लगवाने में कामयाब रहे। हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/राजेश-hindusthansamachar.in