मलिहाबाद की घटना पर मुख्यमंत्री  योगी सख़्त, अपराधियों पर लगेगी रासूका
मलिहाबाद की घटना पर मुख्यमंत्री योगी सख़्त, अपराधियों पर लगेगी रासूका 
उत्तर-प्रदेश

मलिहाबाद की घटना पर मुख्यमंत्री योगी सख़्त, अपराधियों पर लगेगी रासूका

Raftaar Desk - P2

- आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने इंस्पेक्टर मलिहाबाद सिया राम को किया निलंबित लखनऊ, 12 सितम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के मलिहाबाद की घटना को संज्ञान में लिया है। इस मामले उन्होंने लापरवाही बरतने वाले मलिहाबाद इंस्पेक्टर सियाराम को निलंबित करने के अलावा अपराधियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाने का निर्देश दिया है। साथ ही पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के भी आदेश दिए हैं। मलिहाबाद के दिलावरनगर गांव में गुरुवार की रात को मामूली विवाद में युवक की मौत से आक्रोशित सैकड़ों लोग शुक्रवार सुबह सड़क पर उतर आए। उन्होंने लखनऊ-हरदोई राजमार्ग पर जाम कर हंगामा किया। जाम खुलवाने पर लोगों ने पुलिस पर पथराव किया। पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं, हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े थे। उपद्रव की सूचना पर आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह समेत कई थानों की फोर्स पहुंची और करीब तीन घंटे के बाद बवाल को शांत कराने में पुलिस सफल रही है। आईजी के मुताबिक, पुलिस ने 27 वर्षीय रामबिलास की मौत के मामले में गुलाम अली, मुफीद, शानू, मुस्तकीम और गुड्डू के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, बलवा, मारपीट, गाली-गलौज और धमकाने का केस दर्ज करके तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। लेकिन परिवार के लोगों ने शुक्रवार की शाम को चार बजे के करीब पोस्टमार्टम से शव को ले जाने के बाद लखनऊ-हरदोई राजमार्ग स्थित भतोइया गांव के पास जाम लगाकर हंगामा करने लगे। तीन घंटे की मशक्कत के बाद मामले को शांत कराया गया है। 10 लाख मुआवजे की मांग परिवार ने यह आरोप लगाया है कि रामबिलास की मौत के मामले में पुलिस ने हत्या के बजाए गैर इरादतन हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने जान बूझकर हत्या का केस नहीं दर्ज किया है। आरोपितों को पुलिस बचा रही है। हत्या की धारा में केस दर्ज करने के अलावा 10 लाख रुपये मुआवजे की मांग परिवार की ओ से की गयी है। हिन्दुस्थान समाचार/दीपक/राजेश-hindusthansamachar.in