बरसात में गौआश्रय स्थलों में ना हों जलभराव : अपर आयुक्त
बरसात में गौआश्रय स्थलों में ना हों जलभराव : अपर आयुक्त 
उत्तर-प्रदेश

बरसात में गौआश्रय स्थलों में ना हों जलभराव : अपर आयुक्त

Raftaar Desk - P2

मेरठ, 15 जुलाई (हि.स.)। अपर आयुक्त उदयी राम ने कहा कि सड़कों पर निराश्रित गौवंश नजर नहीं आना चाहिए। ऐसे गौवंश को गौआश्रय स्थलों में भेजा जाए। बरसात के सीजन में किसी भी गौआश्रय स्थल में जलभराव न हों। ऐसा होने पर जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आयुक्त सभागार में बुधवार को बेसहारा गौवंशों को लेकर आयोजित मंडलीय बैठक् में अपर आयुक्त उदयी राम ने कहा कि बेसहारा गौवंशों को गौआश्रय स्थलों में संरक्षण देकर उनका पालन करना मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में शामिल है। इसलिए अधिकारी टीमवर्क के साथ कार्य करें। मंडल में कोई भी निराश्रित गौवंश सडकों पर नजर नहीं आना चाहिए। गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद व बुलंदशहर में बनाए जा रहे वृहद गौआश्रय स्थलों का कार्य जल्दी पूरा किया जाए। बेसहारा गौवंशों को इच्छुक किसानों व पशुपालकों की सुपुर्दगी में देने का लक्ष्य पूरा किया जाए। गौवंशों को अच्छा चारा, पानी व वातावरण उपलब्ध कराया जाए। उनका नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। सभी गौवंश की ईयर टैगिंग की जाए। अपर निदेशक प्शुपालन राजेश कुमार ने बताया कि मेरठ मंडल में 279 अस्थायी गौआश्रय स्थल है, जिसमें 26074 गौवंश संरक्षित है। मंडल में तीन कान्हा गौआश्रय स्थल है, जिसमें 921 गौवंश संरक्षित है। आठ कांजी हाऊस में 170 गौवंश संरक्षित है। नौ वृहद गौआश्रय स्थलों में 2448 गौवंश संरक्षित है। इस प्रकार में मंडल में 29613 गौवंश संरक्षित है। वर्ष 2018-19 में मंडल के प्रत्येक जिले में एक-एक वृहद गौआश्रय स्थल 1.20 करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए हैं। वित्तीय वर्ष 2019-20 में भी मंडल के प्रत्येक जनपद में वृहद गौआश्रय स्थल बनाए जा रहे हैं। इस अवसर पर सहायक नगरायुक्त मेरठ ब्रजपाल सिंह, डिप्टी कलेक्टर बुलंदशहर संजय कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी मेरठ डाॅ. अनिल कंसल आदि मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार/कुलदीप/उपेन्द्र-hindusthansamachar.in