तीन प्रयोगशालाएं बंद होने पर डीआरडीओ अध्यक्ष से वार्ता करेगा भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ
तीन प्रयोगशालाएं बंद होने पर डीआरडीओ अध्यक्ष से वार्ता करेगा भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ 
उत्तर-प्रदेश

तीन प्रयोगशालाएं बंद होने पर डीआरडीओ अध्यक्ष से वार्ता करेगा भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ

Raftaar Desk - P2

- डीआरटीसी के कैडर रिव्यू, परफारमेंस रिलेटेड इंसेंटिव स्कीम पर होगी चर्चा कानपुर, 01 दिसम्बर (हि.स.)। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की बंद हुई तीन प्रयोगशालाओं की परिस्थितियों पर भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ नजरे रखे हुए हैं। कर्मचारियों के हितों सहित अन्य मुद्दों को लेकर संघ के पदाधिकारी डीआरडीओ अध्यक्ष से मिलकर वार्ता करेंगे। इसको लेकर कानपुर में मंगलवार को खाका खींचा गया। भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ कार्यालय (भारतीय मजदूर संघ) नवीन मार्केट में मंगलवार को डीआरडीओ की परिस्थितियों पर महामंत्री मुकेश सिंह ने चर्चा की। उन्होंने बताया कि डीआरडीओ ने अपनी तीन प्रयोगशालाओं को बंद कर दिया है। इन प्रयोगशालाओं के काम को तथा कर्मचारियों को अन्य प्रयोगशालाओं चंडीगढ़ एवं हैदराबाद में मिला दिया गया है। देशभर में डीआरडीओ के 52 संस्थानों में लगभग 5000 वैज्ञानिक तथा 25000 अन्य तकनीकी/सहायक कर्मचारी काम कर रहे हैं। वहीं डीआरडीओ ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली के निदेशक की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है जो वर्तमान संस्थानों की व्यवस्था, कार्य वितरण आदि विषयों की समीक्षा कर अपनी संस्तुति मंत्रालय को प्रेषित करेगी। इससे उत्पन्न परिस्थितियों से कर्मचारियों एवं संस्थानों के अस्तित्व को ध्यान में रखते हुए दिनांक चार दिसम्बर को डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी से भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ के महामंत्री मुकेश सिंह, उपाध्यक्ष साधु सिंह एवं कादर सुभानी (हैदराबाद) वार्ता करेंगे। बैठक में अन्य विषयों के अलावा डीआरटीसी के कैडर रिव्यू, परफारमेंस रिलेटेड इंसेंटिव स्कीम व कुछ संस्थानों में ट्रेड यूनियन गतिविधियों की अनुमति और कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न आदि पर भी चर्चा की जाएगी। इस दौरान डीएमएसआरडीई के हीरेंद्र सचान, आशीष कुमार सिंह, साधु सिंह, इंद्रजीत सिंह, गोपाल द्विवेदी, पुनीत गुप्ता, टी के बोस, राम शंकर विश्वकर्मा, राम कुमार शर्मा आदि मौजूद रहें। हिन्दुस्थान समाचार/अजय/मोहित-hindusthansamachar.in