कौशाम्बी, 20 जुलाई (हि.स)। जनपद में कोरोना महामारी के नियंत्रण व इलाज के लिए संयुक्त जिला अस्पताल को स्तर 2 के रूप में विकसित किया गया है। कोरोना संक्रमण के ग्रसित मरीजों के लिए बना वार्ड एकान्त में रखा गया। लेकिन वार्ड के बाहर रखे गए अपशिष्ट बॉक्स खुले में रखा गया है। लापरवाही का आलम यह है कि हफ्तों से वार्ड के निकले अपशिष्ट को न तो हटाया गया है और न ही उसे ढका गया है। गौरतलब है कि महामारी काल में संक्रमण फैलाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही के आदेश जारी हैं। आम आदमी दायरे में जैसे ही आता है उस पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही अफसर और पुलिस कर्मी करने से नहीं चूकते। लेकिन मामला जैसे ही सरकारी महकमे के अफसरों से जुड़ता है तो ठन्डे बस्ते में चला जाता है। ऐसा ही मामला जिला अस्पताल के स्तर 2 कोरोना अस्पताल में सामने आया है। जहां अफसरों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। इस अस्पताल से निकलने वाले अपशिष्ट का प्रबंधन बेहद लापरवाही पूर्वक किया जा रहा है। जिस कंपनी को अपशिष्ट हटाने का ठेका दिया गया है, वह कई हफ्ते तक अस्पताल के बाहर बॉक्स में पड़ा रहता है। जिसे अस्पताल के कर्मचारियों ने महामारी के संक्रमण का खतरा बताया है। जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दीपक सेठ ने बताया, कोरोना वार्ड से निकलने वाले अपशिष्ट के लिए कम्पनी के लोगों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। यदि अपशिष्ट को लेकर किसी तरह की लापरवाही बरती जा रही है तो सम्बंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। हिन्दुस्थान सामचार/अजय/विद्या कान्त-hindusthansamachar.in