काकोरी कांड ने क्रांतिकारियों के बारे में बदला नजरिया : अम्बिकेश पाण्डेय
काकोरी कांड ने क्रांतिकारियों के बारे में बदला नजरिया : अम्बिकेश पाण्डेय 
उत्तर-प्रदेश

काकोरी कांड ने क्रांतिकारियों के बारे में बदला नजरिया : अम्बिकेश पाण्डेय

Raftaar Desk - P2

देवरिया, 14 अगस्त (हि. स.) । भारतीय जनता युवा मोर्चा (नगर मण्डल) के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को अगस्त क्रान्ति दिवस और काकोरी काण्ड स्मृति दिवस के अवसर पर रामलीला मैदान स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि कर देश के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि दिया और नमन किया। भाजपा जिला मीडिया प्रमुख अम्बिकेश पाण्डेय इस अवसर पर कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के क्रान्तिकारियों द्वारा ब्रिटिश राज के विरुद्ध लड़ाई लड़ देश को स्वतंत्र कराने की जो इच्छा धन के अभाव में नही हो पा रही थी, उसे पूरा करने के लिए तथा हथियार खरीदने के लिए ब्रिटिश सरकार का ही खजाना लूट लेने की एक ऐतिहासिक घटना थी, जो 9 अगस्त, 1925 को घटी थी। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन के केवल दस सदस्यों ने इस पूरी घटना को अंजाम दिया था।भारत के स्वाधीनता आंदोलन में काकोरी कांड की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। यह कहना गलत नहीं होगा कि काकोरी कांड ही वह घटना थी जिसके बाद देश में क्रांतिकारियों के प्रति लोगों का नजरिया बदलने लगा था, वे पहले से ज्यादा लोकप्रिय होने लगे थे। भाजयुमो जिलाध्यक्ष विन्देश पाण्डेय ने कहा कि काकोरी काण्ड ने जहां एक तरफ पूरी अंग्रेजी हुकूमत को हिलाकर रख दिया वहीं देश के नौजवानों को स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के प्रेरित किया।इस घटना ने देश के अंदर स्वतंत्रता के जो भाव पैदा किए वो आज तक देश के युवाओं को प्रेरित करता हैं। उन्होंने कहा कि काकोरी-काण्ड के प्रमुख क्रान्तिकारी पण्डित राम प्रसाद 'बिस्मिल', अशफाक उल्ला खाँ, योगेशचन्द्र चटर्जी, प्रेमकृष्ण खन्ना, मुकुन्दी लाल, विष्णुशरण दुब्लिश, सुरेशचन्द्र भट्टाचार्य, रामकृष्ण खत्री, मन्मथनाथ गुप्त, राजकुमार सिन्हा, ठाकुर रोशानसिंह, राजेन्द्रनाथ लाहिडी, गोविन्दचरण कार,रामदुलारे त्रिवेदी, रामनाथ पाण्डेय, शचीन्द्रनाथ सान्याल, भूपेन्द्रनाथ सान्याल, प्रणवेश कुमार चटर्जी थे, जिनका जीवन हम सभी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। हम सभी को उनके दिखाए मार्ग पर चलने का प्रयास करना चाहिए । हिन्दुस्थान समाचार / ज्योति /जितेन-hindusthansamachar.in