आंदोलनरत किसानों के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लगाई प्रतीक रुप से फांसी
आंदोलनरत किसानों के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लगाई प्रतीक रुप से फांसी 
उत्तर-प्रदेश

आंदोलनरत किसानों के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लगाई प्रतीक रुप से फांसी

Raftaar Desk - P2

नये कृषि कानूनों को काला कानून बताया, सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप वाराणसी, 06 दिसम्बर (हि.स.)। नये कृषि कानूनों को लेकर पिछले 10 दिनों से चल रहे किसानों के आंदोलन को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी सड़क पर उतर समर्थन दिया है। रविवार को मलदहिया चौराहे पर जुटे कांग्रेस सेवादल के कार्यकर्ताओं ने किसानों के समर्थन में अनूठे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने भारत के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के मूर्ति के सामने प्रतीक रूप से फांसी के फंदे में लटक कर विरोध जताया। इस दौरान सेवादल के वरिष्ठ नेता हरीश मिश्र ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की आय दुगुनी करने का वादा किया था। लेकिन अब सरकार ने किसानों के साथ छलावा कर अध्यादेश के रूप में तीन नए कृषि कानून ला दिये। नये कृषि कानूनों को काला कानून बता कार्यकर्ताओं ने सरकार को किसान विरोधी बताया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार बड़े उद्योगपतियों के लिए कार्य कर रही है। किसान खेती किसानी और अपने अधिकार को बचाने के लिए दिल्ली के सड़कों पर संघर्ष कर रहे है। किसानों द्वारा 8 दिसम्बर को घोषित भारत बंद का समर्थन कर कार्यकर्ताओं ने केन्द्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन में कुँवर यादव, बबलू शुक्ला, निक्की यादव, डॉ. आशीष उपाध्याय, विजय उपाध्याय, ओम शुक्ला, धीरज सोनकर, आशीष केसरी आदि कार्यकर्ता शामिल रहे। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/राजेश-hindusthansamachar.in