कासगंज, 29 दिसंबर (हि.स.)। शूकर क्षेत्र सोरों स्थित हर पति गंगा घाट पर मंगलवार को हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान किया मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा के स्नान को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा गया। सुदूर इलाकों से गंगा स्नान के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं ने धार्मिक अनुष्ठान भी संपन्न किए। भंडारे एवं प्रसाद वितरण का भी आयोजन किया गया। शूकर क्षेत्र सोरों में इन दिनों स्थानीय कुंभ का आयोजन जारी है। इस पर्व का प्रति वर्ष मार्गशीर्ष माह में आयोजन संपन्न होता है। मंगलवार को हर पति गंगा घाट पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान किया। यह पर्व भगवान वराह की निर्वाण तिथि के रूप में मनाया जाता है। मंगलवार को वर्ष का अंतिम एवं मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा का यह पर्व संपन्न हुआ है। सुदूर इलाकों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने भोर की पहली किरण के साथ ही गंगा स्नान प्रारंभ कर दिया, जो दोपहर बाद तक जारी रहा। यहां अन्न क्षेत्रों में भंडारों का आयोजन किया गया। साधु संतों को भोजन कराया गया। इसके पश्चात श्रद्धालुओं ने प्रसाद वितरण भी किया। पूरे दिन गंगा घाट पर स्थित मंदिरों एवं देव स्थानों पर भजन कीर्तन एवं धार्मिक अनुष्ठान संपन्न होते देखे गए। इस पर्व की पृष्ठभूमि में भगवान के वराह अवतार से संबंधित धार्मिक एवं पौराणिक कथाएं जुड़ी हुई हैं। जिनके आधार पर यह पर्व बड़े उल्लास के साथ धार्मिक भावनाओं के तहत मनाए जाते हैं। दो दिन मनाई जाएगी मार्गशीर्ष पूर्णिमा मंगलवार को संपन्न हुए मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा के गंगा स्नान के संबंध में यहां के युवा ज्योतिषाचार्य पं. गौरव दीक्षित के मुताबिक पूर्णमासी पर्व 2 दिनों का माना गया है। मंगलवार को प्रातः 7:55 से यह पर्व प्रारंभ हुआ है। जो बुधवार को उदय तिथि तक जारी रहेगा। इसलिए दोनों दिन स्नान का अपना महत्व है। हिन्दुस्थान समाचार/ पुष्पेंद्र/ मोहित-hindusthansamachar.in