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उत्तर-प्रदेश

खिलाड़ियों की मदद के लिए कमेटी बनाने का उप्र ओलंपिक एसोसिएशन ने सुझाव दिया

Raftaar Desk - P2

-महासचिव डा. आनन्देश्वर पाण्डेय ने उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ को लिखा पत्र लखनऊ, 19 मई (हि.स.)। कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते वर्तमान समय में पिछले साल मार्च, 2020 से स्पोर्ट्स कॉलेज व हास्टल बंद होने से खिलाड़ियों को उचित डाइट नहीं मिल पा रही है, जिसके चलते उनकी प्रैक्टिस पर असर पड़ रहा है। इसके साथ ही प्रशिक्षकों को भी शिविर बंद होने से अपने परिवार के पालन-पोषण में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। इन्हीं सब समस्याओं को देखते हुए उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन (यूपीओए) के महासचिव डा. आनन्देश्वर पाण्डेय ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर आर्थिक सहायता देने के लिए कमेटी बनाने का अनुरोध किया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि हास्टल व कॉलेज व शिविर में रहने वाले खिलाड़ी ज्यादातर गरीब परिवार से आते है, ऐसे में आर्थिक संकट के चलते उनको उचित खुराक नहीं मिल पा रही है जिससे उनकी प्रैक्टिस पर भी असर पड़ रहा है। दूसरी ओर प्रशिक्षकों को भी शिविर बंद होने से अपने परिवार के पालन-पोषण में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय के अनुसार भारत सरकार, भारतीय खेल प्राधिकरण व भारतीय ओलंपिक संघ ने कोविड काल में खिलाड़ियों की मदद के लिए एक कमेटी बनाई है। उसी तर्ज पर आपसे अनुरोध है कि उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश सरकार, खेल निदेशालय व उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के समन्वय से भी एक कमेटी बनायी जाये। यह कमेटी ऐसे खिलाड़ियों की मदद के लिए समीक्षा व संस्तुति करके उनको आर्थिक सहायता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, इससे आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे खिलाड़ियों को उनकी खुराक के लिए राज्य स्तर व जिला स्तर पर मदद करने में आसानी होगी। उन्होंने लिखा कि वर्तमान समय में खिलाड़ी काफी समय से अपने घर पर है जहां उनको उचित डायट नहीं मिल पा रही है यदि उनको उचित डायट के लिए सहायता मिल जाएगी तो वो इस विषम परिस्थिति में भी अपना अभ्यास जारी रखेंगे। उन्होंने सुझाव दिया कि स्पोर्ट्स हास्टल, स्पोर्ट्स कॉलेज व कैंप में रहने वाले खिलाड़ियों पर जो व्यय होता है। यदि सरकार खुराक पर होने वाली राशि को खिलाड़ियों के खाते में भेज देती है तो वह ट्रेनिंग के लिए अपनी खुराक की व्यवस्था कर सकेंगे और आने वाले समय में उदीयमान खिलाड़ी मिल सकेंगे। महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने पत्र में लिखा कि इस समय काफी समय से प्रशिक्षण शिविर बंद होने से कोचेज भी बेरोजगार है और उनके सामने काफी विषम परिस्थितियां हैं। इसके साथ कई खिलाड़ियों की आर्थिक स्थिति दयनीय है और वो कोविड के संक्रमण के चलते बीमार हैं। हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र