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उत्तर-प्रदेश

जिलाधिकारी की दरियादिली से 98 वर्ष के बुजुर्ग हुए भावविभोर, आवभगत से भर आईं आंखें

Raftaar Desk - P2

रायबरेली, 04 मार्च (हि.स.)। 98 साल की उम्र में परिवार का बोझ ढो रहे बुजुर्ग की मदद को जब जिलाधिकारी आगे आये तो बुजुर्ग भाव विभोर हो गए। गुरुवार को जिलाधिकारी कार्यालय में अपनी आवभगत देखकर उनकी आंखें भर आईं। जिलाधिकारी ने उन्हें ग्यारह हजार नगद के साथ शौचालय का पैसा भी तुरंत एकाउंट में भेजावाया और फिर चाय पिलाकर बीडीओ के साथ उन्हें विदा किया। दरअस्ल रायबरेली के हरचंदपुर थाना क्षेत्र में कंडोरा गांव के रहने वाले विजयपाल की उम्र 98 वर्ष हैं, लेकिन इनके कमजोर कंधों पर जिम्मेदारी का बड़ा बोझ है, जिससे वह सुबह होते ही वो ठेले पर चना लेकर सड़को पर बेचने निकल पड़ते थे। तीन पोतियों की शादी और परिवार खर्च चलाने के लिए दिनभर वह कड़ी मेहनत करते हैं। विजयपाल सिंह के एक लड़का है वो भी परिवार लेकर दिल्ली में मजदूरी कर रहा। उसकी जो आमदनी हो रही उससे उसका अपना खर्च चला पाना मुश्किल है। उल्टा तीन बेटियों की शादी उसे परेशान कर रही है। उसके हिस्से का जो थोड़ा बहुत खेत है उसे भी विजयपाल सिंह स्वयं देख लेते हैं। 22 साल पहले उनके हाथ की उंगली तक कट गई लेकिन वो हिम्मत नहीं हारे आज तक वैसे ही ठेला लेकर निकलते हैं। उनका एक वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो विधायक अदिति सिंह ने पहले स्वयं मदद की और फिर जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव को मामले से अवगत कराया। आज जिलाधिकारी ने विजय पाल सिंह को कार्यालय बुलाया। यहां उन्होंने उन्हें ग्यारह हजार रूपए, एक शाल, एक छड़ी भेंट की और शौचालय का पैसा उनके एकाउंट में भेजा। बुजुर्ग ने जिलाधिकारी और विधायक को धन्यवाद कहा। जिलाधिकारी के अनुसार इन्हें शौचालय की किस्त दे दी गई है। आज इनका राशन कार्ड भी बनवाया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीश/दीपक