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उत्तर-प्रदेश

सहार, अछल्दा, अजीतमल व बिधूना स्वास्थ्य केंद्रों पर शुरू हुईं टीबी की जांच

Raftaar Desk - P2

- ट्रूनेट मशीन से एक घंटे में मिलेगी जांच रिपोर्ट औरैया 12 मार्च (हि.स.)। वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य है। इस उद्देश्य से राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद में क्षय रोग पर काबू पाने के निरंतर प्रयास चल रहे हैं। रोग का पता जल्दी चल सके और उतनी ही जल्दी उसका इलाज किया जा सके, इसके लिए जिले में चार ट्रूनेट मशीन लगाई गई हैं। इन मशीन की खासियत यह है कि इससे एमडीआर (मल्टी ड्रग रजिस्टेंट) टीबी तक की जांच रिपोर्ट एक घंटे के भीतर मिल जाएगी। क्षय रोग विभाग मरीजों को उसी दिन जांच रिपोर्ट सौंप देगा, जिस दिन सैंपल लिए जाएंगे। जिला क्षय रोग अधिकारी डा.एके राय ने बताया कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला क्षय रोग विभाग को सशक्त बनाया जा रहा है। जनपद में जांच की सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं, जिससे जल्द मरीजों की पहचान हो सके और जल्दी उपचार शुरू किया जा सके ताकि मरीज के परिजनों और संपर्क में आने वालों को बीमारी की चपेट में आने से बचाया जा सके। इससे टीबी उन्मूलन कार्यक्रम को गति मिलेगी और देश टीबी मुक्त हो सकेगा। उन्होंने बताया कि शासन से मिली चार ट्रूनेट मशीन स्टाल कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि पहले दूरदराज क्षेत्र से लोगों को जांच के लिए टीबी अस्पताल आना पड़ता था। अब सहार, अछल्दा, अजीतमल और बिधूना के लोगों को अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर यह सुविधा मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि पहले सीबीनाट मशीन से जांच होती थी, यह मशीन चिंचौली स्थित जिला अस्पताल में लगी हैं। एक घंटे में मिलेगी जांच रिपोर्ट ट्रूनेट मशीन से टीबी की जांच एक घंटे में की जा सकती है। इससे मरीज को रिपोर्ट के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। समय बचने के साथ ही संक्रमण को फैलने से भी रोका जा सकता है। टीबी के जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) श्याम ने बताया कि फिलहाल जनपद में 927 एक्टिव मरीज हैं, जिनमे 73 एमडीआर के मरीज हैं। हिन्दुस्थान समाचार / सुनील