मेरठ, 12 जनवरी (हि.स.)। प्रज्ञा प्रवाह के राष्ट्रीय संयोजक जे नंदकुमार ने कहा कि स्वामी विवेकानंद देश की आजादी के प्रेरणास्रोत थे। उन्होंने देश से आह्वान किया था कि अगले 50 साल तक भारत माता की पूजा करें तभी देश को आजादी मिलेगी। स्वामी विवेकानंद जयंती युवा दिवस पर मंगलवार को सीसीएसयू की पंडित दीनदयाल शोध पीठ, भारतीय प्रज्ञा प्रवाह व विवेकानंद अध्ययन केंद्र के तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता जे नंद कुमार ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का व्यक्तित्व ऐसा था कि स्वयं महात्मा गांधी ने कहा था कि उनकी जीवनी पढ़कर मेरे अंदर हजार गुना देशभक्ति जाग्रत हो गई है। स्वामीजी का सपना देश को शक्तिशाली देश बनते देखना था। उन्हें देश से इतना प्रेम था कि जब वह शिकागो से लौटकर अपने देश आए तो उन्होंने सबसे पहले देश की मिट्टी को अपने पूरे शरीर पर लपेट लिया। उनका मानना था कि बीते चार साल में उनके अंदर जो अशुद्धि आई है, वह इस देश की पवित्र मिट्टी लगाते ही दूर हो जाएगी। विशिष्ट अतिथि डाॅ. दर्शनलाल अरोड़ा ने कहा कि स्वामीजी को याद करना सौभाग्य की बात है। उन्होंने दुनिया में अपने व्यक्तित्व व ज्ञान का डंका बजाया। ऐसे व्यक्ति को बनने में समय लगता है। स्वामी रामकृष्ण परंहंस ने उन्हें गढ़कर स्वामी विवेकानंद बनाया। कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने कहा कि हमारे देश की प्राचीन संस्कृति की उच्चता पर विश्वास रखना चाहिए। यह हमारे जीवन में परिलक्षित भी होना चाहिए। इस मौके पर प्रति कुलपति प्रो. वाई विमला, प्रो. पवन शर्मा, प्रो. बीरपाल सिंह, डाॅ. विवके त्यागी, प्रो. भूपेंद्र सिंह, प्रो. नीलू जैन, प्रो. बिंदु शर्मा. डाॅ. धर्मेंद्र कुमार, प्रो. विघ्नेश कुमार, संतोष त्यागी, मितेंद्र कुमार आदि मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार/कुलदीप-hindusthansamachar.in