- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर को दी 60 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात गोरखपुर, 16 फरवरी (अपडेट)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने गृह जनपद गोरखपुर में मंगलवार को राप्ती के तट पर तीन घाटों का लोकार्पण किया। करीब 60 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद योगी ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि गोरखपुर पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनकर उभर रहा है। प्रदेश की पहली अधिसूचित रामगढ़ झील में सी-प्लेन उतरेंगे। उन्होंने कहा कि पर्यटक आएंगे तो रामगढ़ झील, चिड़ियाघर और राप्ती तट का रुख करेंगे। प्रकृति के मनोरम दृश्यों से रूबरू होंगे। रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। चिड़ियाघर का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। अब वन्य जीवों को उसमें ले जाया जा रहा है। मार्च में चिड़ियाघर शुरू हो जाएगा। इससे पर्यटकों को एक और ठिकाना मिल जाएगा। उन्होंने कहाकि राजघाट पर जहां पहले अपनों का अंतिम संस्कार करने आने वालों को दिक्कतें होती थीं। किसी भी पर्व पर स्नान करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही थीं। आज यह स्थल भव्य रूप ले चुका है। मुक्तेश्वरनाथ घाट के नाम से जाना जाएगा राजघाट राप्ती का पूर्वी तट गुरु गोरक्षनाथ घाट, पश्चिमी तट रामघाट के रूप में विकसित हो चुका है। इन दोनों घाटों के उत्तर में शवदाह स्थल (राजघाट) अब उसे बाबा मुक्तेश्वरनाथ घाट के नाम से जाना जाएगा। गुरु गोरक्षनाथ घाट पर भगवान शंकर की भव्य प्रतिमा स्थापित होगी। महादेव की यह प्रतिमा 30 फीट ऊंची होगी। प्रतिमा के शीर्ष भाग से जल धारा प्रवाहित होकर भगवान की जटा से गंगा अवतरण का आभास कराएगी। काशी गंगा आरती की तरह होगी आरती नगर निगम की ओर से बनाए गए प्रदूषण मुक्त लकड़ी व गैस आधारित शवदाह संयंत्र का भी उन्होंने लोकार्पण किया। सीएम ने कहा कि यहां संस्थाएं आगे आएंगी और प्रतिदिन शाम को काशी नगरी में होने वाली गंगा आरती की तरह राप्ती आरती होगी। नर्सिंग छात्राओं ने लिया सेवा का संकल्प इसके पूर्व पीठ द्वारा स्थापित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा संचालित गुरु श्री गोरक्षनाथ स्कूल आफ नर्सिंग एवं गुरु श्री गोरक्षनाथ कालेज आफ नर्सिंग की छात्राओं का दीप प्रज्ज्वल और एवं सेवा शपथ ग्रहण समारोह बसंत पंचमी पर हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। मुख्यमंत्री गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह छात्राओं को आशीर्वाद देने के लिए मंच पर मौजूद रहे। गोरखनाथ मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन सभागार में मंगलवार को अपराह्न 3 बजे से कार्यक्रम शुरू हुआ। गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज आफ नर्सिंग की प्राचार्या डॉ डीएस अजीथा एवं गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय के निदेशक मेजर जनरल डॉ. अतुल बाजपेई ने भी संबोधित किया। हिन्दुस्थान समाचार/आमोद-hindusthansamachar.in