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उत्तर-प्रदेश

वसन्त पंचमी पर विद्यालयों में हुआ सरस्वती पूजन एवं विद्यारम्भ संस्कार

Raftaar Desk - P2

प्रयागराज, 16 फरवरी (हि.स.)। वसन्त पंचमी के अवसर पर मंगलवार को जनपद के अधिकतर विद्यालयों में सरस्वती पूजन कर विद्यारम्भ की शुरुआत की गयी। इस दौरान मां सरस्वती से आशीर्वाद भी लिया गया। इस अवसर पर सिविल लाइंस स्थित ज्वाला देवी स.वि.म इण्टर कालेज में सरस्वती पूजन का कार्यक्रम बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें विद्यालय के समस्त छात्र एवं आचार्यगणों ने वैदिक मंत्रोच्चार द्वारा मां सरस्वती के समक्ष पूजन एवं अर्चन किया तथा वसन्त पंचमी के महत्व पर भैयाओं तथा आचार्यों ने अपने विचार रखे। बताया कि सरस्वती देवी की पूजा से मंद बुद्धिजीवी का विकास होता है, अर्थात जो व्यक्ति मन को एकाग्र करते हुये मां के चरणों में स्वयं को समर्पित करता हैं उसका विकास निश्चित है। देवी सरस्वती ने ज्ञान, कला एवं सभ्यता का विकास किया। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य युगल किशोर मिश्र एवं सुमन्त पाण्डेय सहित समस्त आचार्य बन्धु एवं छात्रगण उपस्थित रहे। इसी प्रकार राजापुर स्थित रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज में सरस्वती पूजन समारोह एवं विद्यारम्भ संस्कार का आयोजन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के मध्य सम्पन्न हुआ। प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडेय ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व पुष्पार्चन करके शुभारम्भ किया। तत्पश्चात छात्र छात्राओं ने विद्यालय में निर्मित पांच हवन कुंड में आहुति डालकर मां सरस्वती से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर छात्राओं ने 'मां सरस्वती शारदे' का सुमधुर गायन प्रस्तुत कर एवं 'हे शारदे मां' गीत पर नृत्य प्रस्तुत करके भाव विभोर कर दिया। इसी क्रम में माधव ज्ञान केन्द्र इण्टर कालेज नैनी में ज्ञान की अधिष्ठात्री मां सरस्वती का विधि विधान से पूजन हुआ। विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने पूजन एवं हवन कर मां सरस्वती की वन्दना कर मां से विद्या व ज्ञान का आशीर्वाद मांगा। विद्यालय प्रबन्धक शिव कुमार पाल एवं प्रधानाचार्य प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने संयुक्त रुप से पूजन कार्य किया। साथ ही इस शुभ अवसर पर भोजनालय कक्ष का शिलान्यास भी किया गया। 16 संस्कारों में से एक 'विद्यारम्भ संस्कार' के माध्यम से भैया-बहनों को विद्यारम्भ प्रारम्भ कराया गया। और शहद से उनके जिन्ह्वा पर ओम् अंकित कर माला पहनाकर तथा पुरस्कार स्वरुप पेंसिल, रबड़, कापी आदि देकर मातृ-पितृ चरण वन्दन कराया गया। इस अवसर पर विद्यालय के पूर्व छात्र प्रमुख आचार्य राधेश्याम तिवारी ने पूर्वछात्रों का समागम भी कराया। प्रधानाचार्य प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने पूर्व छात्रों को सम्मानित किया तथा उनसे विद्यालय में हमेशा जुड़े रहने का आग्रह भी किया। प्रबंधक ने अपने आशीर्वचन में छात्रों को बताया कि आज के दिन प्रसिद्ध कवि सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' का जन्मदिन भी है। सरस्वती पूजा हिन्दुओं का प्रसिद्ध त्योहार है। ज्ञान की देवी मां सरस्वती हमारे ज्ञान में उत्तरोत्तर वृद्धि करें, ऐसा आज के दिन हम मां से वरदान मांगते हैं। संचालन जनार्दन प्रसाद त्रिपाठी ने एवं आचार्य राधेश्याम तिवारी ने आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर गीता सिंह, पद्मा सिंह, वन्दना सिन्हा, आषा तिवारी, सविता त्रिपाठी आदि शिक्षक परिवार का अमूल्य सहयोग रहा। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/संजय-hindusthansamachar.in