लखनऊ, 29 दिसम्बर (हि.स.)। परिवहन विभाग राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश के 75 संभागीय परिवहन कार्यालयों (आरटीओ) में सुविधा केंद्र खोलने की तैयारी में है। ताकि ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) सहित अन्य कार्यों के लिए आवेदक दलालों के चुंगल में फंसने से बच सकें। इस संबंध में परिवहन आयुक्त ने उत्तर प्रदेश शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा है। शासन की मंजूरी के बाद प्रदेश भर के परिवहन कार्यालयों में सुविधा केंद्र खोले जाएंगे। प्रस्ताव में लखनऊ सहित प्रदेश भर के 75 परिवहन कार्यालयों में सुविधा केंद्र खोलने की बात कही गई है। सुविधा केंद्रों में हर प्रकार के ऑनलाइन आवेदन के बदले फीस तय होगी। सुविधा केंद्रों में आवेदकों की सुविधा के लिए वाहन और डीएल संबंधी अलग-अलग काउंटर होंगे। जिससे आवेदक आसानी से काउंटर पर पहुंच कर अपना काम करा सकेंगे। इससे आवेदकों की भागदौड़ कम होगी और दलालों के चक्कर में भी नहीं पड़ेंगे। पासपोर्ट कार्यालय की तर्ज पर सुविधा केंद्रों के भीतर आवेदकों का प्रवेश होगा। सुबह दस से शाम पांच बजे तक तीन शिफ्ट में आवेदक सुविधा केंद्रों के अंदर जा सकेंगे। सिर्फ उन्हीं आवेदकों का प्रवेश सुविधा केंद्रों में होगा जिनको वाहन या डीएल संबंधी काम के लिए टाइम स्लाट मिला होगा। परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने मंगलवार को बताया कि प्रदेश भर के परिवहन कार्यालयों में सुविधा केंद्र खोलने का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश शासन को भेजा गया है। उम्मीद है कि नए साल में उत्तर प्रदेश शासन की मंजूरी मिल जाएगी। इससे वाहन संबंधी कार्य कराने में आवेदकों को आसानी होगी। हिन्दुस्थान समाचार/दीपक-hindusthansamachar.in