कानपुर, 24 जून (हि.स.)। जमीअत उलमा शहर कानपुर की कार्यकारिणी बैठक के बाद गुरुवार को हरे वृक्षों, पौधों की सुरक्षा और ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाकर ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते खतरे को लेकर पूरी इंसानियत समेत हर जानदार को फायदा पहुंचाने और लोगों में जागरुकता पैदा करने के लिये जमीअत उलमा कानपुर के अध्यक्ष डा. हलीमुल्लाह खां ने पौधरोपण अभियान का शुभारम्भ जमीअत बिल्डिंग रजबी रोड में पौधे लगाकर किया। इसके साथ ही पूरे शहर में पौधरोपण अभियान शुरु हो गया। डा. हलीमुल्लाह खां ने 24 जून से 30 जून तक चलने वाले पौधरोपण अभियान का शुभारम्भ करते हुए कहा कि वृक्ष शुरु से ही इंसानों के मित्र रहे हैं, पौधरोपण ना सिर्फ सुन्नते रसूल है बल्कि पर्यावरण को खूबसूरत और स्वच्छ बनाने के साथ—साथ भूमि के उपजाऊ होने में भी सहायक है। संक्रमण के इस दौर में सभी लोगों ने आक्सीजन के महत्व को समझा है और यह प्रकृति के तरफ से दिये गये वृक्ष जैसे अनमोल नेमत ही मुफ्त आक्सीजन पैदा करके हमारे जीवन के लिये महत्वपूर्ण सामान फराहम करते हैं। उन्होंने कहा कि वृक्षों की कटाई और कमी से पर्यावरण में प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग के खतरे भी बढ़ते ही जा रहे हैं। जिसके नतीजे में भूजल स्तर में कमी हो रही है और पीने के साफ पानी की बढ़ती कमी के कारण पूरी इंसानियत को खतरा है। इसलिय इसकी सख्त जरुरत है कि तमाम इंसानों में वृक्षों की जरुरत और महत्व के सम्बन्ध में जागरुकता पैदा किया जाये और उनको आने वाले खतरों से आगाह किया जाए। जमीअत उलमा की पौधरोपण मुहिम के तहत अजीतगंज बाबूपुरवा में अपनी टीम के साथ वृक्षारोपण करते हुए नगर सचिव मौलाना अंसार अहमद जामई ने बताया कि वृक्षारोपण से पूरी इंसानियत को फायदा पहुंचता है। अंतिम नबी हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम जो तमाम इंसानियत के लिये रहमत बनकर आये, आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शिक्षा है कि हरे भरे वृक्षों को ना काटा जाए। पौधरोपण के दौरान डा0 हलीमुल्लाह खां के साथ मौलाना अयाज़ साकिबी, मौलाना मुहम्मद जावेद कासमी, मौलाना मुहम्मद अनस क़ासमी, सादिक अमीन, हाजी इस्लामुद्दीन, मुहम्मद आरिफ एडवोकेट, मुहम्मद इस्लाम, नईम अहमद सिद्दीकी, मुहम्मद आदिल, इशरत अली आदि मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार/महमूद