अशफाकउल्लाह प्राणी उद्यान : खूंखार जानवरों का उपचार आसान करेगा 'स्क्वीजर'
अशफाकउल्लाह प्राणी उद्यान : खूंखार जानवरों का उपचार आसान करेगा 'स्क्वीजर' 
उत्तर-प्रदेश

अशफाकउल्लाह प्राणी उद्यान : खूंखार जानवरों का उपचार आसान करेगा 'स्क्वीजर'

Raftaar Desk - P2

गोरखपुर, 19 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में निर्माणाधीन शहीद अशफाक उल्लाह प्राणी उद्यान में वन्य-जीव का उपचार करने की व्यवस्था जोरों पर है। लॉयन, लेपर्ड, टाइगर, हायना, जैकाल, फाक्स और बीयर जैसे खूंखार जानवरों के बाड़ों, रेस्क्यू और क्वारंटीन सेंटर में स्क्वीजर लगाए जा रहे हैं। स्क्वीजर की मदद से वन्यजीव को इंक्लोजर में कम स्थान पर कस दिया जाएगा और, वह हिलडुल नहीं पाएगा। इसके बाद पशु चिकित्सक द्वारा बड़ी ही सहजता से उनके जख्मों की सफाई और जरूरी उपचार किया जाएगा। यहां लग रहे इतने स्क्वीजर स्क्वीजर का निर्माण रेस्क्यू सेंटर, क्वारंटीन सेंटर, पशु अस्पताल के इंडोर वार्ड और वन्य जीव के बाड़ों में भी किया जा रहा है। बता दें कि लॉयन, टाइगर और लैपर्ड के लिए निर्मित किए गए रेस्क्यू सेंटर के इंक्लोजर में एक स्क्वीजर स्थापित किया जा रहा है जबकि हॉयना, जैकाल और फाक्स के लिए निर्मित किए गए रेस्क्यू सेंटर के इंक्लोजर में 02-02 स्कवीजर लगाए जा रहे हैं। ऐसे भालू फेमिली के लिए बनाए गए रेस्क्यू सेंटर के इंक्लोजर में एक स्क्वीजर लगाया जा रहा है। इसके अलावा लॉयन, टाइगर, लेपर्ड, हायना और भालू के लिए बनाए जा रहे बाड़ों में भी इंक्लोजर के अंदर स्क्वीजर लग रहे हैं। लॉयन के बाड़े में 02, टाइगर के बाड़े में 02 और लेपर्ड के बाड़े में 02 स्क्वीजर लगाए जा रहे हैं, जबकि हायन और भालू के बाड़े में एक-एक स्क्वीजर लगाए जा रहे हैं। उद्यान के चिकित्साधिकारी ने कहा शहीद अशफाक उल्लाह खा प्राणि उद्यान के पशु चिकित्साधिकारी डॉ योगेश प्रताप सिंह कहते हैं कि वन्य जीव के लिए बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में भी इंक्लोजर के अंदर स्क्वीजर लगाए जा रहे हैं। इन स्क्वीजर को इस्तेमाल करना भी बेहद आसान होगा। सिर्फ बाहर से हेंडिल के जरिए इन्हें जरूरत के हिसाब से थोड़ी अवधि के लिए कसा जा सकेगा। इसकी मदद वन्य जीव को उपचार देना सहज हो जाता है। उनका शरीर ज्यादा हिल डुल नहीं पाता तो जख्मी होने का खतरा नहीं रहता है। शीघ्रता से उपचार देना, सेम्पल एकत्र करना, उनके जख्म पर मरहम लगाना, इंजेक्शन लगाने सरीखे काम सुरक्षित रहते हुए किए जा सकते हैं। बोले जिम्मेदार लोक निर्माण निगम के अपर परियोजना प्रबंधक डीबी सिंह का कहना है कि ‘‘काम तेजी से चल रहा है। बारिश के कारण थोड़ी दिक्कत आ रही है। हालांकि, कई बाड़ों में स्क्वीजर लगाया जा चुका है। अन्य प्राणि उद्यानों से बेहतर, अत्याधुनिक सुविधा सम्पन्न बनाने की सरकार की योजना पर अमल किया जा रहा है।’’ हिन्दुस्थान समाचार/आमोद/राजेश-hindusthansamachar.in