प्रयागराज, 24 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सीमा सिंह के प्रयासों से वर्षों से लम्बित प्रक्रिया पूरी हुई। अब मुक्त विवि को आईएसबीएन नंबर मिल जाने से पाठ्य सामग्री की उपयोगिता बढ़ जाएगी। राजा राममोहन राय नेशनल एजेंसी फॉर आईएसबीएन ने अब उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विवि का प्रकाशक के रूप में पंजीकरण कर लिया गया है। अब विश्वविद्यालय की तरफ से जो भी पुस्तकें प्रकाशित की जाएंगी, उन पर आईएसबीएन नंबर अंकित किया जाएगा। कुलपति ने बताया कि जब उन्होंने गत अप्रैल माह में यहां ज्वाइन किया तो कई शिक्षकों ने उनसे आईएसबीएन नंबर के साथ पाठ्य सामग्री छपवाने की मांग की। जिसको संज्ञान में लेकर इस महत्वपूर्ण बिन्दु पर आईएसबीएन नंबर प्रदान करने वाली संस्था राजा राममोहन राय नेशनल एजेंसी फॉर आईएसबीएन से सम्पर्क किया। समस्त कार्रवाई पूर्ण होने के उपरांत अब एजेंसी की तरफ से उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विवि का प्रकाशक के रूप में पंजीकरण किया गया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अब विद्वान शिक्षकों एवं लेखकों द्वारा विश्वविद्यालय के लेखन कार्य में सहयोग करने से पाठ्य सामग्री की उपयोगिता बढ़ जाएगी। आईएसबीएन नंबर के साथ प्रकाशित होने वाली पाठ्य सामग्री से शिक्षकों के कैरियर अभिवर्धन में भी लाभ होगा। इसके साथ ही प्रकाशनों के वांग्मयात्मक नियंत्रण को प्राप्त करने में सुविधा मिलेगी। प्रो. सीमा सिंह ने पाठ्य सामग्री प्रभारी प्रो. संतोष कुमार को निर्देश दिया कि प्रकाशनाधीन सामग्री को ऑनलाइन आईएसबीएन नंबर आवंटित करके प्रक्रिया पूरी की जाए। मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने बताया कि इसके पूर्व मुक्त विश्वविद्यालय को वर्ष 2011 में 10 आईएसबीएन नंबर तथा वर्ष 2013 में 100 आईएसबीएन नंबर ही आवंटित हुए थे। इस बार 500 आईएसबीएन नंबर की मांग की गई थी। जिसे स्वीकार कर लिया गया है। अब आवंटन की सभी प्रक्रियाएं ऑनलाइन सम्पादित की जाएंगी। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त