बांदा, 29 दिसम्बर (हि.स.)। तीन दिन पहले 27 दिसंबर को जिले में हुए अग्निकांड में एक मां और उनके तीन बच्चों की मौत को लोग भूला भी नहीं पाए थे कि आज नरैनी क्षेत्र में फिर एक अग्निकांड में दिव्यांग किसान की जिंदा जलकर मौत हो गई। दरअसल, रात में रोशनी को जलाकर रखे गए दीपक की चिंगारी से छप्पर में आग लग गई। वहां सो रहे दिव्यांग वृद्ध किसान की जलकर मौत हो गई। घटना नरैनी क्षेत्र के पोंगरी गांव की है। वहां रहने वाले बौरा (54) पुत्र राम प्रताप बेलौहा बीती शाम खाना खाकर घर में सो गया था।रात में चारपाई के बगल दीपक जलाए था। रात में अचानक दीपक से घर में आग लग गई। जब तक वह संभल पाता आग ने पूरे घर को अपनी आगोश में ले लिया। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत कर किसी तरह आग पर काबू पाया। तब तक बउरा की घर के अंदर ही जलकर मौत हो गई। घर में रखा राशन व गृहस्थी का सामान जलकर खाक हो गया। सूचना पर पुलिस क्षेत्राधिकारी व एसडीएम नरैनी वंदिता श्रीवास्तव पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और शव को बाहर निकलवाया। बताते हैं बउरा के दो बेटे बाहर महानगर में रहकर मजदूरी करते हैं और बेटियां ससुराल में है। घर में वह अकेले रहता था। मृतक के भतीजे हिमांशु ने बताया है की उनने चाचा मूक-बधिर थे। उप जिलाधिकारी वंदना श्रीवास्तव ने बताया कि परिजनों और मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि मानवीय भूल से आग लगी है। कोतवाली प्रभारी इंद्र देव ने बताया कि आग लगने का कारण हादसा है। हिन्दुस्थान समाचार/अनिल-hindusthansamachar.in