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उत्तर-प्रदेश

उप्र : कोरोना काल में निर्बाध रूप से चल रही हैं दस हजार से भी अधिक औद्योगिक इकाइयां

Raftaar Desk - P2

-किसी भी श्रमिक प्रवासी का नहीं हुआ है पलायन गाजियाबाद, 12 मई (हि.स.)। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भले ही कोरोना का कहर चल रहा हो, लेकिन एक सकारात्मक खबर यह भी है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मिनि मैनचेस्टर के नाम से मशहूर गाजियाबाद औद्योगिक नगरी में लगभग 10 हजार उद्योगों में इस समय उत्पादन पर कोई फर्क नहीं पड़ा। साथ ही लाखों की संख्या में श्रमिक भी काम कर रहे हैं, यानि उन्हें पलायन करने की जरूरत नहीं पड़ी। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) की क्षेत्रीय महाप्रबंधक स्मिता सिंह ने बताया कि गाजियाबाद की विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में इस समय लगभग 11हजार औद्योगिक इकाइयां हैं, लेकिन इनमें से लगभग 10 हजार उद्योग इकाइयों में निर्बाध रूप से कार्य चल रहा है। जबकि शेष 1000 औद्योगिक इकाइयों में तकनीकी कारणों से काम बंद है। खास बात यह है कि पिछले वर्ष लॉकडाउन लगा था तो उस समय सभी औद्योगिक क्षेत्र भी बंद हो गए थे। जिसके कारण प्रवासी मजदूर बेरोजगार होने के डर से पलायन कर गए थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। सभी प्रवासी मजदूर यहां कार्य कर रहे हैं और अपने परिवारों का पालन पोषण भी कर रहे हैं। उन्हें कार्यस्थल पर काम करने की सुरक्षा प्रदान की गई है। स्मिता सिंह ने बताया कि कार्यस्थल पर प्रतिदिन सैनिटाइजेशन करने और श्रमिकों को मास्क व गलब्स उपलब्ध कराए जाते हैं और सभी का प्रवेश से पहले ऑक्सीमीटर से जांच पड़ताल की जाती है। औद्योगिक इकाइयों में निर्बाध रूप से काम चलने के कारण सभी श्रमिक संगठन और श्रमिक भी खुश हैं। इसके अलावा कारखाना मालिकों की जो समस्याएं उद्योग से संबंधित हैं। उन्हें ऑनलाइन निस्तारित किया जा रहा है। औद्योगिक क्षेत्रों में स्थित बैंकों को भी ताकीद किया गया है कि वे समय पर गाइडलाइन के मुताबिक बैंक खोलें और श्रमिकों की सैलरी आदि का भुगतान भी समय से करें। इसके अलावा सभी औद्योगिक इकाइयों को मॉनिटर करने के लिए कारखाना निदेशक को भी जिम्मेदारी दी गई है। वह समय-समय पर औद्योगिक क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति पर नजर रखें। उनका कहना है कि यह एक सुखद पहलू है। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली