लखनऊ, 05 फरवरी (हि.स.)। अपडेट । लोक भवन के सामने आत्मदाह का प्रयास कर रहे एक ही परिवार के पांच लोगों को पुलिस की तत्पर्रता से बचा लिया गया। अगर जरा सा भी चूक हो जाती तो यह बड़ी घटना हो सकती थी। पुलिस की बेहतर कार्यशैली को लेकर पुलिस कमिश्नर ने 25 हजार रुपये के नकद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है। प्रभारी निरीक्षक श्याम बाबू शुक्ला ने बताया कि आत्मदाह का प्रयास करने वाले सभी लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं और हरदोई जनपद के धन्नुपुरवा निवासी राजाराम उनकी पत्नी रामश्री, उनका पुत्र उमेश यादव, उनकी पत्नी ऊषा देवी, राजाराम की बेटी पुष्पा देवी और हंसराज का बेटा अंकुर हैं। पूछताछ में आत्मदाह का प्रयास करने वाले राजाराम का आरोप है कि जिस मकान में वह परिवार के साथ 40 वर्षों से रह रहे हैं, उस पर कामिनी वर्मा व उनके पति शिशिर वर्मा मकान को गिरवाकर भूमि कब्जा करना चाहते हैं, जिसका मुकदमा कोर्ट में विचाराधीन है। जिसकी शिकायत शहर कोतवाली और राजस्व विभाग को की गयी, लेकिन विभाग के द्वारा कोई निस्तारण नहीं किया गया। इसी कारण परेशान होकर परिजनों के साथ आज सुबह वह लोग लखनऊ पहुंचे और लोकभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। परिवार के आरोपों की जांच के लिए हरदोई जनपद पुलिस से सम्पर्क किया गया है। हरदोई पुलिस बोली, जमीन पर कोई कब्जा नहीं इस मामले में जब लखनऊ पुलिस ने संबंधित हरदोई कोतवाली से सम्पर्क किया गया। कोतवाली प्रभारी जगदीश प्रसाद ने बताया कि राजाराम और उनके परिवार की जमीन पर किसी ने भी कब्जा नहीं किया है। राजाराम जहां रहते हैं वहा पर प्लाटिंग का काम चल रहा है। प्लाटिंग का काम कर रहे एक विधायक और एक न्यायिक अधिकारी ने कुछ दिन पहले राजाराम से पूछा कि तुम अपनी जमीन बेचना चाहते हो, तो उसने इनकार कर दिया। इसके बाद उससे उन लोगों ने कुछ भी नहीं बोला है। राजाराम को डर है कि उसकी जमीन को कही कब्जा न कर लिया जाये। पुलिस से शिकायत करने पर उन्होंने आश्वास्त किया गया था कि उनकी जमीन पर कोई कब्जा नहीं कर सकता है। पुलिस उनका हर संभव मदद करेगी। हिन्दुस्थान समाचार/दीपक/मोहित-hindusthansamachar.in