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उत्तर-प्रदेश

कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को एयरोड्रोम लाइसेंस मिला, उड़ान के लिए पूरी तरह तैयार

Raftaar Desk - P2

-लखनऊ, वाराणसी के बाद उप्र का का तीसरा लाइसेन्स्ड एयरपोर्ट बना -बरेली हवाई अड्डे से प्रथम उड़ान 8 मार्च को होगी आरम्भ लखनऊ, 23 फरवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से कुशीनगर अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से वायु सेवाओं के संचालन के लिए भारत सरकार ने अब एयरोड्रोम लाइसेंस प्रदान कर दिया है। महानिदेशक नागर विमानन भारत सरकार ने मंगलवार को एरोड्रम लाइसेन्स प्रदान किया। इस तरह अब कुशीनगर एयरपोर्ट पूर्ण रूप से राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय उड़ान के लिए तैयार है। प्रदेश में लखनऊ व वाराणसी के बाद कुशीनगर तीसरा लाइसेन्स्ड एअरपोर्ट बन गया है। प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' ने इसे प्रदेश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि बताया है। सरकार की कोशिशों के फलस्वरूप अब तक प्रदेश में कुल 9 हवाई अड्डे तैयार हो गए हैं। वर्ष 2017 में प्रदेश में मात्र 4 हवाई अड्डे ही क्रियाशील थे। वहीं बरेली हवाई अड्डे से प्रथम उड़ान 8 मार्च, 2021 को आरम्भ हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने 2020 में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा किया घोषित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पर्यटकों एवं तीर्थयात्रियों को हवाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कुशीनगर हवाई अड्डे के विकास का निर्णय किया था, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2020 में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित किया। कुशीनगर अत्यन्त ही प्राचीन एवं महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है, जहां महात्मा बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था। यहां अनेक देशों द्वारा निर्मित अत्यंत वृहद् एवं सुंदर बौद्ध मंदिर स्थित हैं, जहां विश्व भर के लाखों देशी व विदेशी पर्यटक भ्रमण के लिये आते हैं। अगले सात वर्ष तक कोई निर्माण नहीं हो सका शुरू, मुख्यमंत्री योगी ने की पहल राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि पूर्व में जनपद कुशीनगर के कसया में राज्य सरकार ने 101 एकड़ भूमि पर 1644 मीटर गुणा 23 मीटर रनवे आकार की हवाई पट्टी निर्माण किया गया था। वहीं 15 जनवरी, 2010 द्वारा हवाई पट्टी को उच्चीकृत कर अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने का निर्णय किया गया, जिसके लिए कुल 589.35 एकड़ भूमि राज्य सरकार ने क्रय की। लेकिन, अगले सात वर्ष तक कोई निर्माण शुरू नहीं हो सका। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में वर्तमान प्रदेश सरकार ने एयरपोर्ट के निर्माण 199.42 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की तथा विकास कार्यों को त्वरित गति से सम्पन्न कराया। मानकों के अनुरूप राज्य सरकार ने तेजी से कराये कार्य प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण व राज्य सरकार के मध्य सम्पादित एमओयू के तहत 04 अक्टूबर, 2019 को कुशीनगर एयरपोर्ट संचालन के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को हस्तांतरित किया गया। कुशीनगर एयरपोर्ट वर्तमान में आरसीएस स्कीम के अंतर्गत चयनित है। मानकों के अनुरूप राज्य सरकार ने कुशीनगर हवाई अड्डे से सम्बन्धित कार्य रनवे, अप्रोच रोड, पेरिफेरल रोड, ड्रेनेज का कार्य, बाउण्ड्रीवाल, एटीसी टावर, फायर स्टेशन, भूमिगत टैंक इत्यादि कार्य पूर्ण कराए व लाइसेन्स के लिए आवेदन किया गया है। इसी कड़ी में कुशीनगर अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से वायु सेवाओं के संचालन के लिए एयरोड्रोम लाइसेंस मिल गया है। 4 सी कटेगरी में वीएफआर ऑपरेशन के लिए दिया गया लाइसेंस प्रवक्ता ने कहा कि कुशीनगर हवाई अड्डे को आम जनता के उपयोग के लिए 4 सी कटेगरी में वीएफआर ऑपरेशन के लिए लाइसेंस दिया गया है। इस प्रकार कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अब वायु सेवाओं के संचालन के लिए पूर्ण रूप से तैयार है। हवाई अड्डे के संचालन से प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में रोजगार के अनेक अवसर सृजित होंगे व सम्पूर्ण क्षेत्र का सामाजिक व आर्थिक विकास सुनिश्चित होगा। हिन्दुस्थान समाचार/संजय