- बिना हस्ताक्षर चार वोट निरस्त, अब लाटरी से होगा फैसला कन्नौज, 02 मई (हि.स.)। पंचायत चुनाव मतगणना के दौरान पीठासीन अधिकारी की गलती का खामियाजा प्रधान प्रत्याशी को भुगतना पड़ा। चार मतपत्रों के पीछे हस्ताक्षर न होने के कारण चार मत निरस्त कर दिए गए। इससे नाराज अभिकर्ता व सपा कार्यकर्ताओं ने मतगणना स्थल पर हंगामा किया। आरओ व गणना सहायकों से नोक-झोंक की। गिनती में मतपत्र शामिल करने की मांग की। नवीन मंडी में मतगणना के दौरान सदर ब्लाक के कन्नौज कछोहा ग्राम पंचायत में प्रधान प्रत्याशी की गिनती को लेकर विवाद हो गया। यहां प्रधान पद प्रत्याशी अरविंद कनौजिया व विकास कनौजिया में बराबर की टक्कर रही। अंत में अरविंद के चार मतपत्र में पीछे पीठासीन अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं थे। फिर भी मतपत्र गिनती में शामिल कर लिए गए। इससे नाराज विकास के अभिकर्ता ने आपत्ति जताई। इस हेरफेर को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार को जानकारी दी गई। साथ ही आयोग की गाइडलाइन देखी गई। नियमानुसार मतपत्र निरस्त कर दिए गए। इस बात से नाराज अरविंद की तरफ से एजेंट व पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव व नीलू यादव ने पीठासीन की गलती बताई और मतपत्र शामिल करने की मांग की। गणना सहायकों से कहासुनी हुई। मनमानी का आरोप लगा हंगामा किया। कार्मिकों ने मतपत्र शामिल नहीं किए और आयोग का हवाला दिया। मामला शांत नहीं हुआ तो आरओ हरिराम राजपूत से बात की, उन्होंने भी मतपत्र आयोग की गाइडलाइन के अनुसार निरस्त करना बताया। इस बात पर नोकझोंक हुई। नवाब सिंह ने कहा कि मतपत्र में पीठासीन अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं है। यह उनकी गलती है न कि प्रत्याशी व मतदाता की। मतपत्र गिनती में भी पूरे हैं। कोई नकली या फर्जी नहीं हैं। ऐसे में यह शामिल किए जाएं। चाहे आयोग से बात की जाए। जिला निर्वाचन अधिकारी ने भी मतपत्र के पीछे सुभिन्नक चिह्न व पीठासीन अधिकारी के बगैर हस्ताक्षर निरस्त करने के निर्देश दिए। यह जानकारी अनाउंसमेंट कर सभी को दी गई। कन्नौज कछोहा में प्रधान पद के दोनों प्रत्याशी अंत में बराबर रहे। वोटों में एक-दूसरे को टक्कर दी। इससे आगे-पीछे जीत का क्रम चलता रहा। अंत में दोनों प्रत्याशी बराबर मत पाए। इससे हार-जीत का फैसला नहीं हो पाया। आरओ ने बताया कि ऐसी स्थिति में लॉटरी सिस्टम कराया जाएगा। इस दौरान पर्ची डाली जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/संजीव