जौनपुर, 14 अप्रैल (हि.स.)। संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर की 130वीं जयंती समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यालय में बुधवार को मनाया गया। जिलाध्यक्ष लालबहादुर यादव ने बाबा साहेब के चित्र पर पुष्प अर्पित किया। साथ ही यह संदेश दिया कि पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता शाम को पार्टी कार्यालय, अपने घरों पर, सार्वजनिक स्थल या डा. आंबेडकर प्रतिमा स्थल पर दीप जलाकर बाबा साहेेब को श्रद्धा के साथ नमन करेंगे। जिलाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के राजनीतिक अमावस्या के काल में वह संविधान खतरे में है, जिससे बाबा साहेब ने स्वतंत्र भारत को नई रोशनी दी थी। इसलिए डा. भीम राव आंबेडकर की जयंती पर 14 अप्रैल को समाजवादी 'दलित दीवाली' के रूप में मना रहा है। इसमें दो राय नहीं कि संविधान को आत्मार्पित करते हुए जो उद्देशिका संकल्प रूप में स्वीकृत की गई थी उसका भाजपा सरकार पग-पग पर तिरस्कार करती आई है। लोकतंत्र की संस्थाओं को कमजोर करने में उसने जरा भी संकोच नहीं किया है। संविधान में वर्णित विश्वास, धर्म, उपासना और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को असहिष्णुता ने अप्रभावी कर दिया है। सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय की अवधारणा को समाप्त कर दिया गया है। भाजपा सरकार पूरी तरह बदले की भावना से काम कर रही है। बाबा साहेब ने संविधान में प्रतिष्ठा और अवसर की क्षमता की जो गारंटी दी थी उसकी अवहेलना करते हुए अब भाजपा सरकार आरक्षण समाप्त करने की भी कोशिश में है। नफरत और समाज को बांटने की राजनीति चलाकर भाजपा ने पूरे समाज में जहर घोल दिया है। परस्पर विभेद और विद्वेष की ताकतों को बढ़ावा दिया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/विश्व प्रकाश