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उत्तर-प्रदेश

जानलेवा कर वृद्धि से जनकल्याण के लिए धन जुटाने का सरकार का तर्क उचित नहीं : मायावती

Raftaar Desk - P2

-बसपा सुप्रीमो ने पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की बढ़ती कीमतों को लेकर फिर निशाना साधा लखनऊ, 23 फरवरी (हि.स.)। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की बढ़ती कीमतों को लेकर एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जानलेवा वृद्धि के जरिए जनकल्याण के लिए धन जुटाने का सरकार का तर्क भी उचित नहीं है। मायावती ने मंगलवार को कहा कि देश में पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस जैसी जरूरी वस्तुओं की कीमतों में अनावश्यक ही अनवरत वृद्धि करके कोरोना प्रकोप, बेरोजगारी व महंगाई आदि से त्रस्त जनता को सताना सर्वथा गलत व अनुचित है। इस जानलेवा कर वृद्धि के माध्यम से जनकल्याण के लिए धन जुटाए जाने का सरकार का तर्क कतई उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकारें अगर पेट्रोल, डीजल आदि पर कर की लगातार मनमानी वृद्धि करके जनता की जेब पर जो भारी बोझ हर दिन डाल रही हैं उसे तत्काल रोका जाना बहुत ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि वास्तव में यही सरकार का देश की करोड़ों गरीब, मेहनतकश जनता व मध्यम वर्ग पर बड़ा एहसान व भारी जनकल्याण होगा। बसपा सुप्रीमो ने इससे पहले भी इस मुद्दे पर सरकार से हल निकालने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस जैसी जरूरी वस्तुओं की कीमत पर से सरकारी नियंत्रण हटने के बाद इनके दाम बेलगाम होकर जिस प्रकार से तेजी से अनवरत बढ़ रहे हैं उससे हर जगह हाहाकार मचा हुआ है। मायावती ने कहा कि इस मूल्य वृद्धि से जनता का जीवन अति-दुःखी व त्रस्त है। स्थिति की गंभीरता का संज्ञान लेकर सरकार इसका हल निकाले। उन्होंने कहा कि साथ ही केन्द्र व राज्य सरकारें खासकर पेट्रोल व डीजल पर अतिरिक्त करों की जो मनमानी वृद्धि कर रही हैं उससे ही इनकी कीमतें आसमान छू रही हैं व करोड़ों गरीब व बेरोजगार जनता पर इसका सीधा बोझ आए दिन बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि क्या संविधान ने ऐसी ही 'कल्याणकारी सरकार' का सिद्धान्त सुनिश्चित किया है? हिन्दुस्थान समाचार/संजय