गाजियाबाद, 09 जनवरी (हि.स.)। गाजियाबाद महानगर के लोगों उत्पाती बंदरों से निजात नहीं मिल पाएगी। वन विभाग ने नगर निगम को उत्पाती बंदरों को पकड़ने के लिए जारी अनुमति को निरस्त कर दिया है। यह कार्रवाई पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की पहल पर हुई। गाजियाबाद में उत्पाती बंदरों को पकड़ने के लिए वन विभाग ने नगर निगम को अनुमति दी थी। प्रथम चरण में 200 बन्दर पकड़े जाने थे। कुछ पशु प्रेमियों ने इसकी शिकायत पूर्व केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी से की तो उन्होंने वन विभाग को पत्र लिखा। इसमें बंदरों को पकड़े जान से रोकने संबंधी कुछ अधिनियमों का हवाला दिया गया। इसके बाद वन विभाग ने नगर निगम को लिखित में पत्र भेजकर आॅपरेशन नटखट संबंधी दी गयी अनुमति को निरस्त कर दिया। गौरतलब है कि गाजियाबाद शहरों में आए दिन बंद लोगों पर हमला करके उन्हें घायल कर रहे हैं। इसमें कई लोगों की मौत हो चुकी है। नगर निगम बोर्ड की बैठक में बन्दरों को पकडने के लिए इन्दिरापुरम के पार्षद संजय सिंह ने मामला उठाया था। नगर निगम के पशु कल्याण अधिकारी डाॅ. अनुज कुमार सिंह का कहना है कि उत्पाती बन्दरो को पकडने के लिए निगम ने सभी तैयारी कर ली थी। लेकिन वन विभाग ने बन्दर पकडने की अनुमति निरस्त कर दी है। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली-hindusthansamachar.in