प्रयागराज, 11 जनवरी (हि.स.)। एटा के वकील पर पुलिस बर्बरता के घटना की जांच रिपोर्ट सीजेएम ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में पेश की। यूपी बार काउन्सिल ने भी अलग रिपोर्ट पेश कर घटना की सीबीआई या सीआईडी की अपराध शाखा से स्वतंत्र जांच कराने की मांग की। बार काउन्सिल ने फोटोग्राफ व कंपैक्ट डिस्क भी दाखिल किया। मामले की सुनवाई कर रही मुख्य न्यायाधीश गोविन्द माथुर तथा न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी की खंडपीठ ने दोनो रिपोर्ट सहित दस्तावेजों को सील बंद लिफाफे में रखने का आदेश दिया। साथ ही सीजेएम के रिपोर्ट की प्रति बार काउन्सिल, बार एसोसिएशन व अपर महाधिवक्ता को भी देने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने याचिका को सुनवाई के लिए 19 जनवरी को पेश करने का निर्देश दिया है। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की तरफ से पूरक हलफनामा भी दाखिल किया गया। इससे पहले बार काउन्सिल अध्यक्ष जानकी शरण पांडेय व हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के महासचिव प्रभाशंकर मिश्र ने मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर एटा के वकील पर पुलिस बर्बरता की घटना को संज्ञान में लेकर कार्यवाही करने की मांग की थी। इन पत्रों पर कोर्ट ने सीजेएम एटा से घटना की जांच कर रिपोर्ट मांगी थी। और जिलाधिकारी व एसपी एटा को सीजेएम को जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया था। जिस पर मजिस्ट्रेट ने जांच रिपोर्ट सील बंद लिफाफे में पेश की। जिसकी प्रति 12 जनवरी को बार काउन्सिल, बार एसोसिएशन व अपर महाधिवक्ता को भी दी जायेगी। अगली सुनवाई 19 जनवरी को होगी। हिन्दुस्थान समाचार/आर.एन-hindusthansamachar.in