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उत्तर-प्रदेश

डीपीआरओ की चेतावनी से ग्राम प्रधानों में खलबली

Raftaar Desk - P2

बांदा, 08 फरवरी (हि.स.)। जिला पंचायत राज अधिकारी बांदा सर्वेश कुमार पांडे ने चेतावनी दी है कि 25 दिसंबर 2020 के पूर्व सामुदायिक शौचालय, पंचायत भवन निर्माण एवं वित्तीय वर्ष 2019-20 में स्वीकृत विभिन्न कार्य योजनाओं को पूर्ण कराएं अन्यथा उन्हें आगामी ग्राम पंचायत चुनाव के लिए नोड्यूज जारी नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि निरीक्षण के दौरान यह बात संज्ञान में आई है कि ग्राम प्रधानों द्वारा 25 दिसंबर 2020 के पूर्व सामुदायिक शौचालय, पंचायत भवन निर्माण एवं वित्तीय वर्ष 2019 में स्वीकृत विभिन्न कार्य योजनाओं के सापेक्ष कार्य हेतु धनराशि तो आहरित कर ली है किंतु अभी तक कार्य पूर्ण नहीं कराए गए हैं। जो वित्तीय अनियमितताओं की श्रेणी में आते हैं। उन्होंने समस्त ग्राम प्रधानों से कहा है कि स्वीकृत विभिन्न कार्य योजनाओं के सापेक्ष कार्य हेतु आहरित की गई धनराशि से अवशेष कार्य 15 फरवरी 2021 तक पूर्ण करा दिए जाएं। अन्यथा त्रिस्तरीय पंचायतों के निर्वाचन हेतु उन्हें नोड्यूज निर्गत नहीं किया जाएगा। जिससे ग्राम प्रधान एवं उनके परिवार के कोई भी सदस्य किसी भी पद के नामांकन हेतु पात्र नहीं रहेगा। इतना ही नहीं उन्होंने स्पष्ट कहा है कि कार्य पूर्ण न कराए जाने पर गबन की गई धनराशि की वसूली की कार्रवाई भू के बकाए की भांति की जाएगी एवं बकायेदारों के विरुद्ध संबंधित की सूची विकासखंड एवं तहसील स्तर पर चस्पा करा कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। बताते चलें कि, डीपीआरओ ने एक दिन पहले जनपद के 46 ग्राम पंचायतों की समीक्षा की थी। जिसमें अधिकांश ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय व पंचायत भवन अधूरे पाए गए। इस मामले में 33 ग्राम पंचायत सचिवों के खिलाफ एक्शन लिया गया है, इनमें 17 का वेतन रोकने के निर्देश दिए गए हैं, दो सचिवों को नोटिस दी गई है और अन्य को समय से कारण पूर्ण कराने के लिए चेतावनी दी गई है। अब नए निर्देश से ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ने की योजना बना रहे निवर्तमान ग्राम प्रधानों में हड़कंप मच गया है। हिन्दुस्थान समाचार/अनिल-hindusthansamachar.in