मेरठ, 19 अप्रैल (हि.स.)। स्वास्थ्य विभाग के कोरोना मरीजों का पुख्ता उपचार होने के दावों को एक स्वास्थ्यकर्मी ही झुठला रहा है। सोमवार को इंटरनेट मीडिया पर वायरल एक वीडियो में मेडिकल में भर्ती एक स्वास्थ्यकर्मी अपने उपचार में लापरवाही का आरोप लगा रहा है। जागृति विहार निवासी स्वास्थ्य कर्मचारी अंशुल अब्दुल्लापुर सीएचसी में लैब टेक्नीशियन है। सोमवार को इंटरनेट मीडिया पर वायरल एक वीडियो में अंशुल कह रहा है कि कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमण के बाद उसे मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। आरोप लगाया कि उसकी हालत लगातार बिगड़ रही है और उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है। शिकायत के बावजूद मेडिकल के कर्मचारी सिर्फ उसकी पल्स नाप कर वापस जा रहे हैं। उसे ऑक्सीजन या अन्य कोई उपचार नहीं दिया जा रहा। अंशुल ने सवाल उठाया कि यदि स्वास्थ्य कर्मचारी होने के बावजूद उसका यह हाल है तो आम जनता का तो क्या हश्र होगा ? अंशुल का यह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विश्वास चौधरी का कहना है कि इस मामले की जांच कराई जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार/कुलदीप